महाराष्ट्र के बाद पंजाब-राजस्थान सरकार ने भी वैक्सीन का संकट, जानिए कितने दिनों का स्टॉक बचा

CM केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 7-10 दिन की वैक्सीन बची हुई है। अगर हमें समुचित संख्या में डोज उपलब्ध कर दी जाए,आयु सीमा हटा दी जाए और बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की इजाजत दे दी जाए तो हम 2-3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट कर सकते हैं. 

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मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनके राज्य में केवल पांच दिने के टीके ही बचे हैं.
नई दिल्ली:

एक तरफ जहां आज सुबह देश में पिछले 24 घंटों में अब तक के सर्वाधिक एक लाख 45 हजार 384 नये केस सामने आये हैं, जिसके बाद कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के कुल मामले बढ़कर 1,32,05,926 हो गए हैं. वहीं, दूसरी ओर तेजी से घटते कोरोना वायरस वैक्सीन स्टॉक (Vaccine Stocks) ने देश की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच, राजस्थान और पंजाब सरकार ने कोरोना वैक्सीन के स्टॉक को लेकर केंद्र सरकार को आगाह किया है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Punjab Chief Minister Amarinder Singh) ने कहा कि उनके राज्य में केवल पांच दिने के टीके ही बचे हैं. उन्होंने कहा कि अगर एक दिन में दो लाख लोगों को वैक्सीन लगेंगे तो यह स्टॉक केवल तीन दिन ही चलेगा. ऐसे में राज्य सरकार ने वैक्सीन की अगली खेप के लिए केंद्र से आग्रह किया है.  

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वहीं, राजस्थान में भी कोरोना वैक्सीन की भारी किल्लत है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बदतर स्थिति की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि 48 घंटे या उससे भी कम समय तक के लिए वैक्सीन का स्टॉक बचा हुआ है. साथ ही केंद्र से तुरंत 30 लाख खुराक भेजने का आग्रह किया है.  

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने आज सुबह एक बयान जारी कर कहा कि पंजाब में केवल पांच की की वैक्सीन की सप्लाई बची हुई है. वर्तमान में रोजोना 85 हजार से 90 हजार के बीच लोगों को टीका दिया जा रहा है. उम्मीद है कि केंद्र जल्द ही वैक्सीन के सप्लाई की नई बैच भेजेगी. उन्होंने कहा कि यदि राज्य अपने वर्तमान लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम रहती है और रोजाना दो लाख शॉट्स दिये जाते हैं तो मौजूदा आपूर्ति केवल तीन दिनों तक ही चलेगी. 

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सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर वैक्सीन स्टॉक की जानकारी दी है. उन्होंने लिखा कि राजस्थान में टीकों का वर्तमान स्टॉक अगले दो दिनों में समाप्त हो जाएगा। इसलिए, यह अनुरोध किया जाता है कि कम से कम 30 लाख से अधिक खुराक हमें प्रदान की जाए. बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और अशोक गहलोत ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई वाली बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया. इस बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की गई. 

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वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 7-10 दिन की वैक्सीन बची हुई है। अगर हमें समुचित संख्या में डोज उपलब्ध कर दी जाए, आयु सीमा हटा दी जाए और बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की इजाजत दे दी जाए तो हम 2-3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट कर सकते हैं. 

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केजरीवाल ने लॉकडाउन की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि फिलहाल लॉकडाउन नहीं कुछ पाबंदियों की जरूरत है, जिसकी सूचना आज या कल में दे दी जाएगी. उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोविड सेंटर बनाये जा रहे हैं, कुछ शुरू भी हो चुके हैं.  वहीं,  इस सप्ताह की शुरुआत में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा था कि उनके राज्य में केवल दो दिन की आपूर्ति शेष है, जिसमें लगभग 10 लाख खुराक की तत्काल आवश्यकता है.

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महाराष्ट्र में भी वैक्सीन की कमी सामने आई है. BMC के अनुसार मुंबई में 9 अप्रैल को वैक्सीन की कमी के चलते 71 वैक्सिनेशन सेंटर्स करने पड़े. उन्होंने बताया कि मुंबई में 120 सेंटर्स हैं जहां वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चल रहा है. इनमें से 71 सेंटर्स पर वैक्सीन खत्म हो चुकी है. जिसमें से 47 प्राइवेट, 14 MCGM और 10  सरकारी वैक्सीन सेंटर्स बंद हैं. वहीं, पुणे में 100 से अधिक वैक्सीन सेंटर बंद किये गये हैं।

हालांकि, केंद्र ने जोर दिया है कि टीके की आपूर्ति में कोई कमी नहीं हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रचार के लिए बंगाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा, "सभी राज्यों को पर्याप्त मात्रा में खुराक दी जा रही है।

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) ने गुरुवार को ट्वीट किया था. हर्ष वर्धन ने कहा कि कुछ राज्यों द्वारा लगाया गया पक्षपात का आरोप होहल्ले से ज्यादा कुछ नहीं है और ये उनके द्वारा नाकामी छिपाने का प्रयास है.महाराष्ट्र ने आरोप लगाया है कि उसे उसकी आबादी के हिसाब से पर्याप्त वैक्सीन मुहैया नहीं कराई गई है.केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, महाराष्ट्र और राजस्थान उन तीन शीर्ष राज्यों में से एक है, जिन्हें कोरोना की सबसे ज्यादा वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराई गई है. ये दोनों ही गैर BJP शासित राज्य हैं.

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