प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी पर आखिरी प्रहार करने के लिए आज देश में COVID-19 वैक्सीन का महाअभियान शुरू किया. अभियान को हरी झंडी दिखाए जाने के साथ ही पूरे देश में लोगों को टीका देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) से जुड़ी खास बातों का जिक्र किया. उन्होंने हमारी यहां इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन और विदेश में उपयोग हो रही वैक्सीन की तुलना की.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय वैक्सीन (India Corona Vaccines) विदेशी वैक्सीनों की तुलना में बहुत सस्ती हैं और इनका उपयोग भी उतना ही आसान है. विदेश में तो कुछ वैक्सीन ऐसी हैं जिसकी एक डोज 5,000 रुपये तक में हैं और जिसे -70 डिग्री तापमान में फ्रीज में रखना होता है. वहीं, भारत की वैक्सीन ऐसी तकनीक पर बनाई गई हैं, जो भारत में लंबे समय से ट्रायल और ट्रस्टड है. ये वैक्सीन स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्टेशन तक भारतीय स्थितियों के अनुकूल हैं. यही वैक्सीन अब भारत को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक जीत दिलाएगी.
पीएम मोदी ने कहा, "भारत के वैक्सीन वैज्ञानिक, हमारा मेडिकल सिस्टम, भारत की प्रक्रिया की पूरे विश्व में बहुत विश्वसनीयता है. हमने ये विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया है."
उन्होंने कहा कि हर हिंदुस्तानी इस बात का गर्व करेगा की दुनिया भर के करीब 60 प्रतिशत बच्चों को जो जीवन रक्षक टीके लगते हैं, वो भारत में ही बनते हैं. भारत की सख्त वैज्ञानिक प्रक्रियाओं से होकर ही गुजरते हैं. कोरोना से हमारी लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है. इस मुश्किल लड़ाई से लड़ने के लिए हम अपने आत्मविश्वास को कमजोर नहीं पड़ने देंगे, ये प्रण हर भारतीय में दिखा.