भारत में कोरोना के मामलों में एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है. बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटो में संक्रमण के मामलों में लगभग 18 फीसदी का उछाल आया है. जारी रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में 2,927 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान देश में 32 लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है.देश में एक्टिव मामलों की संख्या अभी 16,279 है. राहत की बात है कि 2,252 मरीजों को पिछले 24 घंटो में कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिली है. वर्तमान में रिकवरी रेट 98.75 प्रतिशत है.
Koo App#COVID19 Updates 188.19 cr vaccine doses have been administered so far India's Active caseload currently stands at 16,279 Active cases stand at 0.04% Recovery Rate currently at 98.75% https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1820329 #IndiaFightsCorona #LargestVaccinationDrive- PIB India (@PIB_India) 27 Apr 2022
देश की राजधानी दिल्ली में भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,204 नए मामले सामने आए वहीं एक व्यक्ति की मौत हो गई. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को 1,011 मामले सामने आए थे और एक व्यक्ति की मौत हुई थी जबकि सकारात्मकता दर बढ़कर 6.42 प्रतिशत हो गई थी.स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 18,77,091 और मृतकों की संख्या 26,169 है.
गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक ( DCGI) ने मंगलवार को 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भारत बायोटेक की Covaxin के सीमित इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. DCGI ने वैक्सीन निर्माता को प्रतिकूल घटनाओं के डेटा सहित सुरक्षा डेटा को पहले दो महीनों में हर 15 दिनों में उचित विश्लेषण के साथ पेश करने का निर्देश भी दिया है.
स्वास्थ्यमंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि कोविड से लड़ाई अब और अधिक मज़बूत हो गई है. 6 से 12 आयुवर्ग के लिए 'Covaxin' और 5 से <12 आयुवर्ग के लिए 'Corbevax'व 12 से ऊपर के आयुवर्ग के लिए 'ZyCoV-D' की 2 डोज को मंजूरी दी गई है.
भारत में बूस्टर डोज लेने वालों में से 70 प्रतिशत लोगों को तीसरी लहर में कोविड नहीं हुआ: रिपोर्ट
COVID-19: 6 से 12 साल के बच्चों को लगेगी Covaxin, DCGI ने दी मंज़ूरी
Video :जीनोम सीक्वेंसिंग क्या है और यह कोविड-19 जैसी बीमारियों से लड़ने में कैसे मदद करती है?