दिल्ली में कोरोना को हराने के लिए एडवाइजरी जारी...
भारत में कोविड-19 (Coronavirus) संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं. कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 अब धीरे-धीरे पैर पसार रहा है. मुंबई, दिल्ली, गुजरात में नए मामलों सहित अब तक देशभर में कुल 257 एक्टिव केस की सूचना मिली है. महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 45 नए मामले सामने आए, जिनमें से 35 मुंबई में हैं, जो चिंता की बात है. इधर, दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें अस्पतालों से बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां और वैक्सीन तैयार रखने को कहा गया है. स्वास्थ्य संस्थानों को जीनोम अनुक्रमण के लिए सभी पॉजिटिव सेंपल लोक नायक अस्पताल भेजने होंगे.
महाराष्ट्र में 35 नए केस, बढ़ा रहे चिंता
महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 45 नए मामले सामने आए, जिनमें मुंबई में 35, पुणे में 4, कोल्हापुर में 2, रायगढ़ में 2 और ठाणे तथा लातूर में 1-1 मामला शामिल है. जनवरी से अब तक 6,819 स्वाब नमूनों की जांच की गई है, जिनमें 210 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 183 मुंबई से हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने न केवल महाराष्ट्र में, बल्कि पूरे भारत और अन्य देशों में संक्रमण में छिटपुट वृद्धि देखी है. हालांकि, महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कमस कस ली है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार की एडवाइजरी
दिल्ली-NCR में कोरोना के एक्टिव मरीजों की भी संक्रमण के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है. दिल्ली में 23 एक्टिव केस सामने आने के बाद, राजधानी की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं फिर अलर्ट मोड में आ गई हैं. वहीं, गाजियाबाद में भी 4 नए केस ने चिंता बढ़ा दी है. गुरुग्राम में तो एक शख्स घर से बाहर भी नहीं निकला था. कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी. फिर भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया. फरीदाबाद में भी कोरोना पैर पसारता दिख रहा है. राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने तुरंत एक स्पेशल एडवाइजरी जारी की है. अब सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है.
दिल्ली सरकार की एडवाइजरी
- ऑक्सीजन स्टॉक चेक करें
- बेड्स की उपलब्धता सुनिश्चित करें
- दवाइयों और वैक्सीन का स्टॉक तैयार रखें
- वेंटिलेटर जैसी मशीनें एक्टिव स्टेट में रखें
दिल्ली सरकार ने निर्देश दिए हैं कि हर अस्पताल में COVID से निपटने की तैयारी पूरी होनी चाहिए. इसके साथ ही, सभी पॉजिटिव सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजने का आदेश दिया गया है और रोज़ाना की रिपोर्टिंग अब दिल्ली स्टेट हेल्थ पोर्टल और IHIP प्लेटफॉर्म पर अनिवार्य कर दी गई है. स्वास्थ्य विभाग ने साफ कहा है- मास्क पहनना, सामाजिक दूरी और हाथों की सफाई अब फिर से ज़रूरी है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह का कहना है कि घबराने की ज़रूरत नहीं है. सरकार हर स्तर पर सतर्क है. 8 वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी टीम बनाई गई है. जो हर अस्पताल में जाकर जांच कर रही है. किसी को पैनिक होने की जरूरत नहीं है. सरकार की तैयारी पूरी है.
गाजियाबाद में कोविड-19 के 4 नए मामले
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में चार लोगों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले में निगरानी बढ़ा दी है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. संक्रमित लोगों में से तीन फिलहाल घर पर पृथकवास में है, जबकि एक मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिला निगरानी अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार सभी चार मामले जिले के हिंडन पार क्षेत्र से आए हैं. मरीजों में एक 18 वर्षीय युवती भी शामिल है जिसे 18 मई से बुखार और खांसी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. निजी अस्पताल में इलाज के दौरान कोविड-19 की पुष्टि हुई. एक अन्य मामले में, हाल ही में बेंगलुरु से लौटे वसुंधरा कॉलोनी के निवासी बुजुर्ग दंपति कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं. वे बुखार और खांसी से पीड़ित थे और डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने जांच कराई थी. उन्होंने बताया कि दोनों फिलहाल घर पर ही इलाज करा रहे हैं. चौथा मामला वैशाली कॉलोनी की 37 वर्षीय महिला का है, जिसमें भी बुखार और खांसी के लक्षण पाए गए थे. डॉक्टर ने बताया कि वह भी संक्रमित पाया गया है और घर पर ही इलाज करा रहे हैं.
गुजरात में 15 नए मामले
गुजरात में लंबे समय बाद पिछले दिनों कोरोना वायरस से संक्रमण के 15 नए मामले सामने आए. अधिकारियों ने वायरस के नये वैरियंट के अधिक गंभीर नहीं होने का जिक्र करते हुए लोगों से कहा है कि वह घबराएं नहीं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी मरीजों का उनके घरों पर ही उपचार किया जा रहा है. किसी को भी अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं है. अतिरिक्त निदेशक (सार्वजनिक स्वास्थ्य) डॉ. नीलम पटेल ने बताया कि गुजरात में वर्तमान में कोविड-19 के जेएन.1 स्वरूप के 15 मरीजों का उपचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रकार का ही है. ओमिक्रॉन वैरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया था.
केरल में मई में 273 नए कोरोना केस
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने दक्षिण-पूर्व एशिया में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बाद शुक्रवार को दक्षिणी राज्य के सभी जिलों से निगरानी बढ़ाने का आग्रह किया। जॉर्ज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वायरस के संक्रमण में किसी भी वृद्धि पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने यहां जिला चिकित्सा एवं निगरानी अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मई में केरल में कोविड-19 के 273 मामले सामने आए। उन्होंने कहा कि खांसी, गले में खराश या सांस लेने में समस्या जैसे लक्षण वाले लोगों को मास्क पहनना चाहिए।
कर्नाटक में 9 महीने का बच्चा भी कोरोना पॉजिटिव
कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बेंगलुरु में नौ महीने का एक बच्चा कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव हर्ष गुप्ता ने बताया कि बच्चे में संक्रमण की पुष्टि 22 मई को ‘रैपिड एंटीजन टेस्ट' (आरएटी) के जरिए हुई. गुप्ता ने कहा कि मरीज की हालत स्थिर है और फिलहाल उसे बेंगलुरु के कलासिपाल्या में वाणी विलास अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि राज्य में अब तक सामने आए कोविड-19 के 35 सक्रिय मामलों में से 32 बेंगलुरु से हैं.
आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 4 नए कोरोना केस
आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कोविड-19 के चार मामले सामने आए हैं, जिनमें से तीन विशाखापत्तनम में और एक रायलसीमा क्षेत्र में है. मंत्री ने कहा कि विशाखापत्तनम में एक महिला बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई, इसके बाद उसके परिवार के सदस्य और पोस्ट ग्रेजुएशन का एक मेडिकल छात्र भी शुक्रवार को संक्रमित पाया गया है.
तेलंगाना में कोविड-19 का 1 केस मामला सामने आया
हैदराबाद में कोविड-19 संक्रमण का एक मामला सामने आया था और संक्रमित हुआ व्यक्ति अब पूरी तरह से ठीक हो गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यहां कुकटपल्ली निवासी चिकित्सक ने पांच दिन तक कोविड-19 पृथक-वास मानदंडों का पालन किया और उनके संपर्क में आए लोगों का भी पता लगाया गया. अधिकारियों ने बताया कि चिकित्सक के परिवार के सदस्यों और उनके करीबी लोगों में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन चिकित्सा अधिकारियों द्वारा उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखी जा रही है.