कोरोना केस के लिहाज से देश के टॉप 20 जिलों में 11 जिले केरल के, जानें, क्यों नहीं सुधर रही स्थिति : सूत्र

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि केरल में 2 कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी ठीक से नहीं की जा रही. क्लीनिकल मैनेजमेंट को और मजबूत करने की ज़रूरत है. 

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नई दिल्ली:

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए मामलों की रफ्तार धीमी पड़ती नजर आ रही है. हालांकि, केरल में COVID-19 के नए मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय चिंतित है. केरल वर्तमान में कोरोना के नए मामलों के लिहाज से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है. इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि कोरोना के मामलों को लेकर भारत के टॉप 20 जिलों में केरल के 11 जिले हैं. इनमें एर्नाकुलम, त्रिवेंद्रम, कोट्टायम, एलेप्पी, पथनमथिट्टा समेत अन्य शामिल हैं. 

सूत्रों ने कहा कि टेस्टिंग नहीं बढ़ाना और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का कमज़ोर होना सबसे बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल टीम के कहने के बाद भी टेस्टिंग नहीं बढ़ाई जा रही है. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का भी बुरा हाल है. मामला आधारित (Casewise) कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करना ज़रूरी है. एक मामले पर कम से कम 4-5 कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग होनी चाहिए. 

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि केरल में 2 कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी ठीक से नहीं की जा रही है. क्लीनिकल मैनेजमेंट को और मजबूत करने की ज़रूरत है. 

बता दें कि केरल में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 6,036 नये मामले सामने आये तथा 5,173 लोग इस महामारी से स्वस्थ हुए. संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 8,89,576 पर जबकि मृतकों की संख्या 3,600 से ऊपर पहुंच गई है. 

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस समय 72,000 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है. कुल मामलों की संख्या 8,89,576 पर पहुंच गई है जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 8,13,550 हो गई है. राज्य में इस महामारी से 20 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या 3,607 हो गई है. 

(भाषा के इनपुट के साथ)

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