कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से भारत में सतर्कता बरतनी शुरू हो गई है. वहीं कोरोना का असर क्रिसमस त्योहार पर भी देखने को मिल रहा है. मिजोरम में यह त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन जब से कोरोना महामारी की शुरूआत हुई है, तब से क्रिसमस के त्योहार पर पहले जैसे धूम देखने को नहीं मिलती. हालांकि, इस बार पूर्वोत्तर के बाकी हिस्सों में गुवाहाटी और शिलांग जैसे शहर में इस बार कोरोना को लेकर प्रतिबंध कम है.
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मिजोरम के आइजोल में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सार्वजनिक कार्यक्रमों में जुटी रही भीड़ के मद्देनजर सख्ती बढ़ा दी गई है. इसकी वजह से क्रिसमस पर होने वाले समारोह और कैरोल गायब ही रहेंगे. आइजोल के खटला प्रेस्बिटेरियन चर्च ( Khatla Presbyterian Church) के Samuel Lalfana ने एनडीटीवी को बताया कि पिछली महामारी की तरह ही इस बार भी चर्च में क्रिसमस नहीं सेलिब्रेट किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस बार कोरोल सिंगिग फेस्ट नहीं मनाने का फैसला लिया गया है. मिजोरम में पॉजिटिविटी रेट 8.2 प्रतिशत है. देश में कोरोना को लेकर मिजोरम की स्थिति अन्य राज्यों के मुकाबले ठीक नहीं है. यहां कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है.
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