हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में जुमे (शुक्रवार) की नमाज अदा किए जाने का विरोध करने वाले एक दक्षिणपंथी संगठन ने रविवार को मुस्लिमों से कहा कि वे ''दोबारा धर्म परिवर्तन'' कर हिंदू मंदिरों में पूजा करें. 32 दक्षिणपंथी संगठनों के निकाय संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज ने दावा किया कि हरियाणा के अधिकतर मुसलमानों के पूर्वज हिंदू समुदाय से संबंध रखते थे. भारद्वाज ने कहा, ''हम यहां बड़े स्तर पर एक 'घर वापसी' कार्यक्रम का आयोजन कर सकते हैं और उन्हें वापस उनकी जाति में लिया जाएगा और खुली बाहों से उन्हें स्वीकार किया जाएगा.'' उन्होंने कहा, ''उनके पास पूजा के लिए अपने मंदिर होंगे और नमाज के इस मुद्दे का अंत हो जाएगा.''
गौरतलब है कि गुरुग्राम के सेक्टर 37 में 'खुले में नमाज पर विवाद' बीते तीन महीने से चल रहा है. कई बार दोनों पक्षों की तरफ से लगा कि इसका कोई समाधान निकल जाएगा. लेकिन हर शुक्रवार को गुरुग्राम के सेक्टर 37 के विवादित स्थल को लेकर नया मामला सामने आता रहा. लेकिन 10 दिसंबर को सीएम मनोहर लाल खट्टर के सख्त निर्देश पर पूरे हरियाणा में सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाई गई है. सीएम खट्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि 'खुले में नमाज' नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 'खुले में नमाज' बर्दाश्त नहीं कि जाएगी. मुस्लिम समाज के लोग 'खुले में नमाज' न करें, भले ही वो अपने घर मे नमाज करें.