'गोली मारो... को', सालभर में कोलकाता में दूसरी बार गूंजा भड़काऊ नारा, दीदी के मंत्री भी थे मौजूद

पिछले साल 2 मार्च को मध्य कोलकाता में अमित शाह की रैली में बीजेपी समर्थकों ने इसी तरह की नारेबाजी की थी. बाद में तब चार लोगों को कोलकाता पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
दक्षिणी कोलकाता में यह पदयात्रा विपक्षी बीजेपी के रोड शो के जवाब में टीएमसी ने आयोजित की थी.
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) की राजधानी कोलकाता (Kolkata) की सड़कों पर साल भर में दूसरी बार विवादित नारा 'गोली मारो' (देशद्रोहियों को गोली मारो) गूंजा. इस बार मौका था राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की पदयात्रा का, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं, सांसदों समेत ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी शामिल थे. 

दक्षिणी कोलकाता में यह पदयात्रा विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के रोड शो के जवाब में आयोजित की गई थी. टीएमसी ने इस पदयात्रा में अपना शक्ति प्रदर्शन किया. बीजेपी ने सोमवार को इसी रूट पर अपना रोड शो आयोजित कर अपनी बढ़ती ताकत का इज़हार किया था. तब बीजेपी और तृणमूल समर्थकों के बीच तीन जगहों पर झड़पें भी हुई थीं.

एक दिन बाद मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की पदयात्रा में पार्टी समर्थकों ने झंडा लहराते हुए पत्थर भी फेंके. इससे खफा बीजेपी समर्थकों ने उनका पीछा करते हुए कुछ टीएमसी समर्थकों की पिटाई कर दी. हालांकि, टीएमसी ने इस पदयात्रा को शांति मार्च का नाम दिया था और ठीक उसी रास्ते को पदयात्रा के लिए चुना था जिस रास्ते एक दिन पहले बीजेपी ने रोड शो किया था. इस पदयात्रा की अगवानी राज्य के ऊर्जा मंत्री शोभनदेब चटोपाध्याय और मेयर देबाशीष कुमार समेत कई नेता कर रहे थे.

ममता बनर्जी के खिलाफ नंदीग्राम से 50 हजार से कम वोट से जीता तो राजनीति छोड़ दूंगा : शुभेंदु अधिकारी

दक्षिणी कोलकाता की सांसद माला रॉय ने सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्हें मंच से यह कहते हुए सुना गया, "अगली बार अगर तुमलोग (बीजेपी) दक्षिणी कोलकाता में आकर उपद्रव करते दिखे तो सिर्फ पैर ही नहीं तोड़ेंगे बल्कि सिर भी कुचल देंगे."

पश्चिम बंगाल : जलपाईगुड़ी में घने कोहरे के चलते बड़ा हादसा, कई गाड़ियों के टकराने से 13 लोगों की मौत

Advertisement

अप्रैल-मई में प्रस्तावित विधान सभा चुनावों से पहले कोलकाता में यह दूसरा मौका है, जब साल भर के अंदर गोली मारो नारेबाजी की गई हो. पिछले साल 2 मार्च को मध्य कोलकाता में अमित शाह की रैली में बीजेपी समर्थकों ने इसी तरह की नारेबाजी की थी. बाद में तब चार लोगों को कोलकाता पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था.  टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस तरह की नारेबाजी की आलोचना की है और कहा है कि ऐसा नहीं होना चाहिए थे.

वीडियो- बैटल ऑफ़ नंदीग्राम : शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी की चुनौती की स्वीकार

Featured Video Of The Day
PM Modi को मिला Kuwait का सर्वोच्च सम्मान, जानिए दोनों देशों के बीच क्या अहम समझौते हुए?