पश्चिम बंगाल सीआईडी के जांच अधिकारियों ने शुक्रवार को दावा किया कि बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या की साजिश कम से कम चार से पांच महीने पहले रची गई थी. पश्चिम बंगाल सीआईडी के एक अधिकारी ने दावा किया कि ढाका में कसाई को वारदात की साजिश में शामिल करने से लेकर ‘हनीट्रैप' में फंसाने और इलाज के नाम पर राजनेता को कोलकाता ले जाने तक का षड्यंत्र जनवरी में बांग्लादेश की राजधानी में रचा गया था. उन्होंने दावा किया कि एक अमेरिकी नागरिक एवं अनार का करीबी दोस्त संभवत: कई बार ढाका गया था और उसने सांसद की हत्या की साजिश रचने के लिए अपने साथियों के साथ संपर्क में रहने के लिए ‘फेसटाइम' और ‘टेलीग्राम मैसेंजर' जैसे मंचों का इस्तेमाल किया था.
खाल तक उतार दी
अधिकारी ने दावा किया कि ऐसा लगता है कि अपराध को अंजाम देने में मदद करने के लिए कसाई को ‘‘अवैध रूप से'' भारत लाया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से अनार के शरीर को टुकड़ों में काटा गया और फिर उनकी पहचान छिपाने के लिए उनकी खाल उतार दी गई, यह अकल्पनीय है. मांस और हड्डियों को अलग किया गया और फिर खून साफ करने के लिए उन्हें धोने से पहले छोटे टुकड़ों में काट दिया गया और फिर हल्दी पाउडर के साथ मिलाया गया और छोटे काले प्लास्टिक थैलों में भरा गया.'' उन्होंने कहा कि सांसद के शव को स्नानघर के अंदर ले जाया गया, जहां आरोपियों ने उसके टुकड़े किए. अधिकारी ने कहा, फिर स्नानघर को पानी और साबुन का उपयोग करके बार-बार साफ किया गया. खून के धब्बे हटाने के लिए पूरे फ्लैट को भी धोया गया.
तीसरी बार बने सांसद
अनवारुल अजीम अनार शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी से सांसद थे. वह जेनैदाह-4 सीट से 2014, 2018 और 2024 में चुनाव जीते चुके हैं. अजीम अनार 12 मई को इलाज के लिए भारत के कोलकाता शहर पहुंचे थे. यहां वो बारानगर में अपने दोस्त गोपाल बिस्वास के घर ठहरे थे. फिर 14 मई को वह बिस्वास को यह बताकर घर से बाहर डॉक्टर से मुलाकात के बाद शाम तक वापस लौट आएंगे. अनवारुल ने इसके बाद टैक्सी ली. शाम को उन्होंने दोस्त को वॉट्सऐप मैसेज कर बताया कि वह दिल्ली जा रहे हैं. इसके बाद से ही वो लापता बताए जा रहे थे. जब बिस्वास को काफी कोशिशों के बाद भी अनवारुल के बारे में कुछ मालूम नहीं हुआ तब उन्होंने इस बारे में 18 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
22 मई को मिला शव
बिस्वास की शिकायत पर पुलिस ने मामले की आगे की कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. अनावरुल 14 मई को यह बताकर निकले थे कि वह डॉक्टर से मिले उसी दिन लौट आएंगे. हालांकि, उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल सका और उनका मोबाइल फोन भी बंद हो गया. 18 मई को उनके लापता होने की खबर सुर्खियों में आई. जबकि 22 मई को उनका शव कई टुकड़ों में मिला,