पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इस बात के लिए घोर आलोचना की है कि 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) में जानबूझकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को बाहर रखा. डीपी में देश के सभी प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर का कोलाज लगाया गया था लेकिन उसमें जवाहर लाल नेहरू को जगह नहीं दी गई थी.
बंगाल कांग्रेस ने एक ऐसे व्यक्ति के ट्वीट को रीट्वीट किया है, जिसकी बेटी ने भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिए गए भाषण में 'Tryst with Destiny' का स्केच बनाया है.
ट्विटर यूजर अभिषेक बनर्जी ने लिखा है, "मेरी बेटी ने पहले स्वतंत्रता दिवस के क्षण को चित्रित कर कुछ बुनियादी इतिहास के पाठ को याद दिलाने की कोशिश की है."
इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस ने 14 अगस्त को ममता बनर्जी और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए लिखा: "एक बच्ची द्वारा @MamataOfficial @AITCofficial को इतिहास का पाठ! क्योंकि उन्होंने अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए अपने स्वतंत्रता दिवस डीपी से देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू को जानबूझकर हटा दिया."
यूजर ने आगे लिखा है, "@AITCofficial और @MamataOfficial आप अपने #IndpendenceDay डीपी से अपने गुरु @narendramodi को खुश करने के लिए #JawaharlalNehru को जानबूझकर हटा सकते हैं, लेकिन आप उन्हें इतिहास से नहीं हटा सकती हैं; इसलिए मेरी बेटी ने पहले स्वतंत्रता दिवस के क्षण को चित्रित करके कुछ बुनियादी इतिहास सबक याद दिलाने की कोशिश की है." इसके बाद इसी ट्वीट पर ट्रेल के जरिए लोगों मे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल पूछने शुरू कर दिए.
इस बीच, कर्नाटक में भी इसी तरह का विवाद हुआ है. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए स्वतंत्रता दिवस पर कर्नाटक सरकार के विज्ञापन में प्रकाशित स्वतंत्रता सेनानियों की सूची से जवाहरलाल नेहरू के नाम को हटा दिया गया है, इससे दक्षिणी राज्य में सियासी खलबली मच गई है.
कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से ऐसा करने पर सवालों की झड़ी लगाई है. सिद्धारमैया ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में विज्ञापन में जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री से माफी की भी मांग की है.