"उनकी 'आत्मा' हिंदू": कांग्रेस नेताओं को अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन में जरूर होना चाहिए शामिल

शिवसेना (यूबीटी) ने अपने संपादकीय लेख में कहा, "कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध (Shivsena On Ayodhya Ram Mandir) नहीं किया. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की राय थी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए.

Advertisement
Read Time: 6 mins
नई दिल्ली:

शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस की 'आत्मा' को हिंदू करार देते हुए बुधवार को कहा कि कांग्रेस के नेताओं को का राम मंदिर (Shivsena On Congress Ayodhya Ram Mandir) कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यदि विशेष निमंत्रण मिला है, तो उन्हें राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार कर अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना चाहिए.उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी है और विपक्षी दलों के 'इंडिया' गठबंधन की सदस्य भी है.

ये भी पढ़ें-राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए योगगुरू रामदेव को मिला न्यौता

शिवसेना का बीजेपी पर कटाक्ष

शिवसेना (यूबीटी) ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना' के एक संपादकीय लेख में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "अगर उस समय प्रधानमंत्री भाजपा से होते तो बाबरी मस्जिद नहीं गिराई जाती. दिसंबर 1992 में जब ढांचा गिराया गया तब कांग्रेस की सरकार थी और पी वी नरसिम्हा राव देश के प्रधानमंत्री थे."

शिवसेना (यूबीटी) ने संपादकीय लेख में कहा, "यदि कांग्रेस को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए कोई विशेष निमंत्रण मिला है तो उसके नेताओं को अयोध्या जाना चाहिए, इसमें गलत क्या है? कांग्रेस की आत्मा हिंदू है. इसमें छुपाने लायक कुछ भी नहीं है."

कांग्रेस ने कभी राम मंदिर का विरोध नहीं किया-उद्धव

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को आमंत्रित किया गया है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी आमंत्रित किया गया है.

शिवसेना (यूबीटी) ने अपने संपादकीय लेख में कहा, "कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की राय थी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए.  राजीव गांधी के निर्देश पर ही दूरदर्शन पर प्रसिद्ध धारावाहिक ‘रामायण' का प्रसारण किया गया था."
ये भी पढ़ें-"SC में ऐसे केस लाने वाला एक गुट काम कर रहा है", हिंडनबर्ग केस में फैसले के बाद महेश जेठमलानी

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Waqf Board Controversy: वक्फ बिल को सिरे से खारिज करने की क्या है सियासत?
Topics mentioned in this article