जम्मू कश्मीर में सीट बंटवारे पर ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के साथ बातचीत जारी: कांग्रेस

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जम्मू कश्मीर को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए वानी ने कहा, ‘‘केवल कांग्रेस ही लोगों की समस्याओं को कम कर सकती है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने रविवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए केंद्र शासित प्रदेश में सीट बंटवारे पर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक दलों-नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ बातचीत चल रही है.वानी ने यहां एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोगों को जल्द ही अच्छी खबर मिलेगी क्योंकि नेकां और पीडीपी के साथ (सीट-बंटवारा समझौते पर) बातचीत चल रही है और हम संसदीय चुनाव एक साथ लड़ेंगे.''

राजौरी और पुंछ जिलों के कई राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता वानी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुए. उन्होंने कहा, ‘‘लोगों से मेरी अपील है कि वे कांग्रेस और हमारे गठबंधन सहयोगियों को मजबूत करें ताकि उनके सभी मुद्दे हल हो जाएं और जम्मू कश्मीर को मौजूदा संकट से बाहर निकाला जा सके.''

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जम्मू कश्मीर को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए वानी ने कहा, ‘‘केवल कांग्रेस ही लोगों की समस्याओं को कम कर सकती है, पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल कर सकती है, भूमि और नौकरियों पर उनके अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है.'' उन्होंने यह भी कहा, ‘‘सिर्फ कांग्रेस ही विधानसभा, नगरपालिका और स्थानीय निकाय चुनाव करा सकती है और विकास तथा पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है और जम्मू-कश्मीर को समृद्ध बना सकती है.''

Advertisement

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट विपक्ष को बिखराने के लिए ‘इंडिया' गठबंधन के घटक दलों को डराने की पूरी कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी गठबंधन हर दिन मजबूत होता जा रहा है और हमें विश्वास है कि कांग्रेस तथा उसके सहयोगी दल केंद्र में अगली सरकार बनाएंगे.'' 

Advertisement

ये भी पढ़ें- : 

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद क्यों हो रही है Haji Pir की चर्चा?
Topics mentioned in this article