- बिहार चुनाव के दूसरे चरण के एग्जिट पोल्स में एनडीए गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है
- एजेंसियों के एग्जिट पोल्स के अनुसार एनडीए को विधानसभा में 145 से 167 सीटें मिल सकती हैं
- विधानसभा में बहुमत के लिए आवश्यक एक सौ बाईस सीटों की तुलना में एनडीए की सीट संख्या काफी अधिक दिखाई दे रही है
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान मंगलवार शाम को समाप्त होते ही एग्जिट पोल्स (Exit Polls) के नतीजों ने एक स्पष्ट रुझान की भविष्यवाणी कर दी है. 9 अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोल्स के विश्लेषण से पता चलता है कि एनडीए (NDA) गठबंधन राज्य में बंपर बहुमत के साथ वापसी कर सकता है.
बिहार में सभी एक्जिट पोल्स के नतीजे
| EXIT POLL | NDA | महागठबंधन | जनसुराज पार्टी | अन्य |
| चाणक्य स्ट्रैटजीज | 130-138 | 100-108 | 0-0 | 3-5 |
| दैनिक भास्कर | 145-160 | 73-91 | 0-3 | 5-7 |
| DV रिसर्च | 137-152 | 83-98 | 2-4 | 1-8 |
| JVC | 135-150 | 88-103 | 0-1 | 3-6 |
| Matrize | 147-167 | 70-90 | 0-2 | 2-8 |
| P-मार्क | 142-162 | 80-98 | 1-4 | 0-3 |
| पीपल इनसाइट्स | 133-148 | 87-102 | 0-2 | 3-6 |
| पीपल पल्स | 133-159 | 75-101 | 0-5 | 2-8 |
| पोल ऑफ पोल्स | 147 | 90 | 1 | 5 |
पोल ऑफ पोल्स: एनडीए को प्रचंड बहुमत
NDTV पोल ऑफ पोल्स के अनुमान के मुताबिक, एनडीए को 243 सीटों वाली विधानसभा में लगभग 147 सीटें मिलने की संभावना है. बिहार विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 है.
पोल ऑफ पोल्स का अनुमान एनडीए को इस आंकड़े से काफी आगे रखता है, जो गठबंधन की बड़ी जीत की ओर इशारा करता है.
कांग्रेस की सीटों पर निराशाजनक प्रदर्शन का अनुमान
हालांकि, जहां एनडीए को भारी बढ़त मिलती दिख रही है, वहीं महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी की स्थिति एग्जिट पोल्स में काफी दयनीय नजर आ रही है. दो प्रमुख एजेंसियों के एग्जिट पोल में कांग्रेस के प्रदर्शन का अनुमान इस प्रकार है.
1. पीपुल्स पल्स (People's Pulse) एग्जिट पोल:
- अनुमानित सीटें: कांग्रेस को 9 से 18 सीटें मिलती दिख रही हैं.
- वोट शेयर: पार्टी को लगभग 8.7% वोट शेयर मिलने का अनुमान है.
2. मैट्रिज़ (Matrize) एग्जिट पोल
- अनुमानित सीटें: कांग्रेस को 10 से 12 सीटें मिलने की संभावना है.
- वोट शेयर: इस पोल के अनुसार कांग्रेस का वोट शेयर 7% रहने का अनुमान है.
दोनों ही एग्जिट पोल्स में कांग्रेस को मिली सीटों की स्थिति ठीक नहीं है, यदि ये रुझान वास्तविक नतीजों में बदलते हैं, तो महागठबंधन के लिए बड़ा नुकसान हो सकता है.














