केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrashekhar) ने कांग्रेस पर दोहरा और चयनात्मक रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे चंद्रशेखर ने यह भी दावा किया कि चार जून को लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) की मतगणना के दिन इतिहास बनेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा ने केरल और तमिलनाडु में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और दक्षिण भारत से इस बार उसे 60 के करीब सीट मिलेंगी.
दक्षिण में भाजपा 39 से 60 पर पहुंचेगी
कांग्रेस के चुनाव प्रचार के तरीके पर सवाल उठाते हुए राजीव चंद्र शेखर ने कहा, "दक्षिण भारत में मुझे लगता है कि बीजेपी 60 सीटें जीतेगी. बीजेपी की अभी 39 सीटें हैं. कांग्रेस का चुनाव प्रचार झूठ, डीप फेक वीडियो और डिसइन्फॉर्मेशन पर रहा है. कर्नाटक, केरला, तमिलनाडु और तेलांगाना के प्रचार में कांग्रेस ने लूट और झूट का प्रयोग किया है. यह लोग झूठ फैलाते हैं कि हम संविधान बदलेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने नहीं जा रहा है."
लूट और झूठ कांग्रेस की पहचान बन गई
उन्होंने कहा, "लूट और झूठ कांग्रेस की पहचान बन गई है. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा संवैधानिक संशोधन किये और हम पर आरोप लगाती है. कांग्रेस की रणनीति वीडियो से छेड़छाड़ कर झूठ फैलाने की है. अमित शाह ने ये भी साफ कर दिया है कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी से आरक्षण लेकर मुसलमानों को दे रही है. कांग्रेस धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहती है, भले ही यह संविधान के खिलाफ है."
केरल में कांग्रेस के समर्थकों ने भाजपा को वोट दिया
मतदान प्रतिशत घटने पर राजीव चंद्र शेखर ने कहा, "इसके कोई दो राय नहीं है कि शुरुआती दो चरणों में मतदान प्रतिशत कम रहा है, लेकिन हमारे वोटर बूथ तक आए हैं. केरल या तमिलनाडु के लोग जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आने वाले हैं. यह भी जानकारी मिल रही है कि केरल में कांग्रेस के समर्थकों ने हमको वोट दिया है. केरल में 9 सीटों पर हमारी कांटे की टक्कर है."
विपक्ष दोहरा रवैया क्यों अपना रहा है?
चंद्रशेखर ने संदेशखालि मामले और कर्नाटक में एक कांग्रेस नेता की बेटी नेहा हिरेमथ की हत्या का हवाला दिया और आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी अपनी सहूलियत के हिसाब से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दों को उठाती है. राजीव चंद्र शेखर ने कहा कि हमारी पार्टी का विचार स्पष्ट है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर जीरो टॉलरेंस है. इस पर जेडीएस कार्रवाई कर रही है. लेकिन आख़िर अगर राज्य सरकार को पहले से ही पता था तो उसने कार्रवाई क्यों नहीं की? संदेशखाली और नेहा पर विपक्ष दोहरा रवैया क्यों अपना रहा है? कांग्रेस संदेशखाली पर खामोश है प्रियंका गांधी को इसका जवाब देना चाहिए.
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