महंगाई, आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी (GST) की दरों में वृद्धि और बेरोजगारी को लेकर केंद्र के खिलाफ कांग्रेस के देशव्यापी प्रदर्शन के मद्देनजर शुक्रवार को मुंबई विधान भवन के बाहर राजभवन के सामने कांग्रेस के कई नेताओं को धरना देने से रोकने के लिए पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट, वर्षा गायकवाड़, नसीम खान, चंद्रकांत हंडोरे उन कुछ नेताओं में शामिल थे, जिन्हें हिरासत में लिया गया. हिरासत में लिए गए नेताओं के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उन्होंने केंद्र की नीतियों के विरोध में दक्षिण मुंबई में राज्यपाल के आधिकारिक आवास राजभवन तक विरोध मार्च निकालने की योजना बनाई है. बृहस्पतिवार को घोषित योजना के मुताबिक, मार्च हैंगिंग गार्डन से शुरू होकर राजभवन पर पूर्वाह्न करीब 11 बजे खत्म होना था. विधान भवन के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जहां कांग्रेस नेताओं ने एक बैठक की थी. हालांकि, पुलिस कर्मियों ने कांग्रेस नेताओं को कुछ किलोमीटर दूर स्थित राजभवन की तरफ जाने से रोक दिया.
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने पुलिस से कहा कि बढ़ती महंगाई समेत लोगों से जुड़े मुद्दों पर आंदोलन करना उनका अधिकार है. थोराट ने राज्य में एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘यहां तक कि ब्रिटिश शासन में भी शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति थी. लेकिन ‘ईडी' (एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस) सरकार में यह भी संभव नहीं है.'' वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की योजना बनाई है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस नेताओं से कहा गया कि वे आजाद मैदान में प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन पार्टी नेताओं ने पुलिस से बहस की, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया और आजाद मैदान पुलिस थाना ले जाया गया.
अधिकारी के मुताबिक, मुंबई में कई कांग्रेस नेताओं को नोटिस भेजकर उन्हें याद दिलाया गया था कि निषेधाज्ञा लागू है, जिसके तहत एक स्थान पर पांच या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है.