तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस ने तमिलनाडु में नई कमेटी घोषित की है. कमेटी के गठन पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम और राज्य के एक नव नियुक्त पदाधिकारी ट्विटर पर भिड़ गए. पदाधिकारी ने कार्ति पर निशाना साधते हुए कहा कि एक व्यक्ति जो अपने पिता के प्रभाव से सांसद बना हो, वो यह नहीं समझ सकता है कि कैसे "कठिन परिश्रम" करके कोई राज्य स्तर का पदाधिकारी बनता है.
कांग्रेस नेता की यह प्रतिक्रिया कार्ति चिदंबरम के उस बयान पर आई है, जिसमें उन्होंने तमिलनाडु में भारी भरकम नई कमेटी के गठन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इस कमेटी से कोई लाभ नहीं होगा. कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से कांग्रेस सांसद हैं. कार्ति पर यह टिप्पणी के महेंद्रन ने की है, जिन्हें शनिवार को तमिलनाडु कांग्रेस का महासचिव बनाया गया है.
तमिलनाडु कांग्रेस के महासचिव के महेंद्रन ने कार्ति चिंदबरम के ट्वीट पर कहा, "यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और अनुसूचित जाति विभाग के कई पदाधिकारियों को उनकी मेहनत की वजह से तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी में शामिल किया गया है न कि उनके पिता की वजह से है. एनएसयूआई में मेरी मेहनत के लिए मुझे स्टेट टीम में शामिल किया गया है. उम्मीद है कि कुछ लोग जो अपने पिता की वजह से सांसद बने हैं, ये नहीं समझ सकते."
कार्ति चिदंबरम ने इससे पहले अपने ट्वीट में लिखा, "इन बड़ी-बड़ी कमेटियों से कोई उद्देश्य हल नहीं होगा... किसी के पास कोई अधिकार नहीं होगा, जिसका मतलब है कि कोई जवाबदेही नहीं होगी."