- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि सरकार को संविधान के मुताबिक जनता के पैसे का सही उपयोग करना चाहिए
- राशिद अल्वी ने कहा कि संविधान किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में सरकारी धन खर्च करने की अनुमति नहीं देता है
- अल्वी ने कहा कि सरकार को कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर खर्च करना चाहिए, न कि दीयों और मोमबत्तियों पर
दीपावली पर दीयों और मोमबत्तियों पर खर्च को लेकर राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही. पहले जहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दीपावली पर दीयों और मोमबत्तियों पर होने वाले खर्च को फिजूल खर्ची बताया था. वहीं अब कांग्रेस भी इस मामले में मैदान में आ गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि जनता के पैसे का सही जगह इस्तेमाल करे. संविधान उन्हें दीयों और मोमबत्तियों पर पैसे खर्च की इजाजत नहीं देता है.
राशिद अल्वी ने रविवार को कहा कि देश कानून से चलता है. देश सेक्यूलर है. संविधान में लिखा हुआ है कि ये सेक्यूलर देश है. इसलिए कोई भी सरकार किसी धार्मिक मामले में अपना पैसा खर्च नहीं कर सकती. आप कानून व्यवस्था पर पैसे खर्च कर सकते हैं, पुलिस और आर्मी लगा सकते हैं. लेकिन सरकार के पैसे से ना दीया खरीदा जा सकता है ना मोमबत्ती खरीदी जा सकती है. अगर आप कोई सरकार ऐसा करती है तो वो पैसा जनता का पैसा है. संविधान आपको ऐसा करने से रोकता है. ये वही संविधान है जिसकी आपने कमस खाई थी. लेकिन इसके बावजूद भी सरकार का पैसा ऐसे कामों में इस्तेमाल किया जाता है.
आपको बता दें कि शनिवार को अखिलेश यादव ने भी दीपावली पर फिजूल खर्ची की बात को लेकर एक बयान दिया था. उन्होंने लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए क्रिसमस और दीपावली की तुलना करते हुए दियों और मोमबत्तियों पर होने वाले खर्च को फिजुल बताया था. अखिलेश यादव के इस बयान पर राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया भी आई थी. बीजेपी ने उनके इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए उसकी निंदा की थी.
उन्होंने कहा था कि मैं भगवान श्री राम जी के नाम पर सुझाव देना चाहता हूं. देखिए, दुनिया में इस समय क्रिसमस का समय है पूरा का पूरा शहर जगमगा जाते हैं, और महीनों जगमाए रहते हैं. उन्हीं से सीख लो. क्यों खर्चा करना बार-बार दियों का मोमबत्तियों का और ये दीमाग लगना है. इस सरकार से क्या उम्मीद कीजिएगा. हटाइये इस सरकार को. हम बहुत सुंदर रोशनी कराएंगे.