जम्मू-कश्मीर में हाई स्पीड 4जी इंटरनेट (4G internet) सुविधा बहाल होने के कुछ घंटों बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने प्रतिक्रिया दी. उमर ने कहा कि कभी नहीं से अच्छा है कि देर से ऐसा हुआ. देश के नए केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लोग 18 माह तक मुश्किलें झेलने के बाद अब 4जी इंटरनेट सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त 2019 को हटाने के बाद 4जी इंटरनेट पर रोक लगाई गी थी. इसे दुनिया का सबसे बड़ा इंटरनेट शटडाउन माना गया. तब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्रशासित प्रदेश भी बनाया गया था. प्रशासन ने कहा था कि मोबाइल इंटरनेट सेवा गलत सूचनाएं फैलने और आतंकियों द्वारा नेटवर्क का दुरुपयोग रोकने के लिए लगाई गई थी. हालांकि आलोचकों का कहना है कि इंटरनेट पर पाबंदी के कारण हजारों रोजगार छिन गए और अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा.
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, "4G मुबारक! अगस्त 2019 के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के लोग 4जी मोबाइल डेटा का इस्तेमाल कर पाएंगे. कभी नहीं से बेहतर देर से सही. गौरतलब है कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद उमर अब्दुल्ला, फारुक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को हिरासत में ले लिया गया था. इन्हें करीब एक साल बाद ही हिरासत से रिहा किया गया था.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने शुक्रवार शाम को ट्वीट कर जानकारी दी थी कि 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवा पूरे क्षेत्र में बहाल कर दी गई है. माना जा रहा है कि शुक्रवार रात 12 बजे के बाद 4जी इंटरनेट सेवा सामान्य हो जाएगी.