रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के लोग खुद भारत में विलय की मांग उठा रहे हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि पीओके का भारत में विलय होगा. उन्होंने कहा कि, वहां ऐसे हालात बन रहे हैं कि पीओके के लोग खुद ही भारत में विलय चाहते हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा कश्मीर को लेकर हाल ही में की गई टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा, "क्या वे कभी कश्मीर ले सकते हैं? उन्हें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बारे में चिंतित होना चाहिए. मैंने लगभग डेढ़ साल पहले कहा था कि हमें हमला करके उस पर कब्जा करने की कोई जरूरत नहीं होगी, क्योंकि वहां ऐसे हालात बन रहे हैं कि पीओके के लोग खुद ही भारत में विलय की मांग कर रहे हैं.”
इससे पहले फरवरी में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के एक राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने दावा किया था कि पीओके के लोग पाकिस्तान के कब्जे से तंग आ चुके हैं और अब वे भारत में विलय की मांग कर रहे हैं.
मिर्जा ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि, 'पिछले कुछ दिनों में पीओके के लोगों ने मुझसे कहा है कि वे अब भारत में विलय की चाहते हैं, क्योंकि वे आधिकारिक तौर पर उसके नागरिक हैं.'
राजनाथ सिंह ने कहा कि, भारत का चरित्र है कि वह कभी किसी देश पर हमला नहीं करता और किसी की जमीन पर कब्जा नहीं करता. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी ने उसकी प्रतिष्ठा पर हमला किया तो भारत माकूल जवाब देगा.
उन्होंने कहा कि, "हम संबंध बनाए रखना चाहते हैं लेकिन भारत के स्वाभिमान की कीमत पर नहीं. लेकिन अगर कोई देश भारत की प्रतिष्ठा पर हमला करता है, तो उसे करारा जवाब देने की ताकत है. हम पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं क्योंकि अटल जी कहते थे हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हम जीवन में दोस्त तो बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी कभी नहीं बदल सकते."