जलवायु परिवर्तन के युग में कार्बन उत्सर्जन में कटौती ही सबसे ज़रूरी उपाय है, जिसके लिए अदाणी समूह पूरी तरह प्रतिबद्ध है. अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने मंगलवार को कहा कि समूह वर्ष 2030 तक 45 गीगावॉट रीन्यूएबल एनर्जी हासिल को लेकर प्रतिबद्ध है, जिसकी मदद से वार्षिक उत्सर्जन में आठ करोड़ टन CO2 के बराबर कटौती करने में मदद मिलेगी.
माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर एक पोस्ट में गौतम अदाणी ने लिखा, "वर्ष 2030 तक 45 गीगावॉट रीन्यूएबल एनर्जी हासिल करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के चलते वार्षिक उत्सर्जन में आठ करोड़ टन CO2 के बराबर कटौती करने में मदद मिलेगी..."
इसी पोस्ट में अदाणी समूह के चेयरमैन ने बताया, "यह कटौती हर साल पेट्रोल (गैसोलीन) के ज़रिये चलने वाली कारों से 480 अरब किलोमीटर चलने पर होने वाले उत्सर्जन को खत्म करने के बराबर है...! इसके अलावा, Google द्वारा पॉवर किए जाने वाले दुनिया के सबसे बड़े इंडस्ट्रियल क्लाउडों में से एक का इस्तेमाल करने से भी वार्षिक रूप से 30 लाख टन अतिरिक्त CO2 को कम करने में मदद मिलेगी... हमारे रीन्यूएबल फ़ार्मों के 25 वर्ष के जीवनकाल में यह कुल CO2 बचत बहुत ज़्यादा बढ़ चुकी होगी..."
गौरतलब है कि सोमवार को भी गौतम अदाणी ने जलवायु संरक्षण क्षेत्र में भारत द्वारा की जा रही पहलों को दुनियाभर में चौथी सबसे मज़बूत पहल करार दिए जाने पर खुशी ज़ाहिर की थी, और सस्टेनेबिलिटी की दिशा में भारत की यात्रा में भूमिका निभाने के लिए अदाणी समूह की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया था. गौतम अदाणी ने X पर पोस्ट में लिखा था, "यह बहुत गर्व का क्षण है, क्योंकि NGO जर्मनवॉच (@GermanWatch) द्वारा ताज़ातरीन क्लाइमेट चेंज परफ़ॉरमेंस इंडेक्स में भारत की जलवायु पहलों को दुनियाभर में चौथी सबसे मज़बूत पहल करार दिया गया है..."
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)