नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अगले साल शुरू होगा कमर्शियल ऑपरेशन, पेश की गई स्टेट्स रिपोर्ट

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने नोएडा हवाई अड्डे के लिए बड़ी रुचि जताई है. नोएडा हवाई अड्डा के अगले साल अप्रैल के अंत तक चालू होने का अनुमान जताया जा रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
नई दिल्ली:

एयर कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई पर ले जाने वाला सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट अब पूरा होता दिखाई दे रहा है.  नोएडा के जेवर में तैयार हो रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली पैसेंजर फ्लाइट अगले अप्रैल में उड़ान भरेगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) के सीओओ किरण जैन मीडिया क़े डेलिगेशन साइट विजिट कराया और इंटरनेशनल एयरपोर्ट के स्टेटस के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट का पहला चरण इस साल सितंबर से चालू होना था, लेकिन ग्लोशबल सप्ला ई चेन प्रभावित होने से दिक्कतें आई है. अप्रैल 2025 के अंत तक कमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा.

इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर 2 साल पहले कंस्ट्रक्शन एक्टिविटीज शुरू हुई हैं. लक्ष्य एयरपोर्ट का पहला चरण सितंबर 2024 से चालू करने का रखा गया था, इस बहुप्रतीक्षित एयरपोर्ट का कंस्ट्र क्शलन और डेवलपमेंट आगे तो बढ़ रहा है, लेकिन लेकिन ग्लोकबल सप्लालई चेन प्रभावित होने से दिक्कतें आई जिससे ऑपरेशन शुरू होने का टारगेट थोड़ा लंबा खिंच गया है.NIA के अधिकारियो ने पावर प्वॉइंट प्रजेंटेशन से एयरपोर्ट के स्टेटस के बारे में बताया. 

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने नोएडा हवाई अड्डे के लिए बड़ी रुचि जताई है. नोएडा हवाई अड्डा के अगले साल अप्रैल के अंत तक चालू होने का अनुमान जताया जा रहा है. यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने बृहस्पतिवार को यह कहा. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की क्षमता पहले चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी. इसे यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) द्वारा विकसित किया जा रहा है.

Advertisement

श्नेलमैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि हवाई अड्डे के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने बड़ी रुचि दिखाई है.पहले उम्मीद थी कि हवाई अड्डा इस वर्ष सितंबर में परिचालन में आ जायेगा. श्नेलमैन ने कहा, “घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सेवा देने वाली घरेलू विमानन कंपनियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों की भी नोएडा को गंतव्य के रूप में चुनने में काफी रुचि है.”

Advertisement

घरेलू एयरलाइंस इंडिगो और अकासा एयर ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ समझौता किया है. अधिकारियों ने कहा कि हवाई पट्टी का अधिकांश काम पूरा हो चुका है. पहले चरण में हवाई अड्डे पर एक टर्मिनल, एक हवाई पट्टी, 10 एयरोब्रिज और 25 पार्किंग स्टैंड होंगे. वाईआईएपीएल ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी है.

Advertisement

अधिकारियो ने बताया कि रनवे पर डामर का काम पूरा हो गया है. इसकी टेस्टिंग की जा चुकी है. रनवे मार्किंग, एप्रोच लाइट और एयरफील्ड ग्राउंड लाइटिंग पर काम जारी है. फेसिंग साइड और छत पर काम चल रहा है, जबकि बैगेज हैंडलिंग सिस्टम का इंस्टा्लेशन भी पूरा होने वाला है. फ्लाइट्स फ्यूलिंग सर्विसेज, ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सहित प्रमुख एयरो कंसेशंस पर काम पूरा हो गया है. रिटेल, डाइनिंग, लाउंज, ड्यूटी-फ्री और होटल के लिए नॉन-एयरो कंसेशंस पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं. चेक-इन कियोस्क, सेल्फ-सर्विस बैग ड्रॉप और ई-गेटकी टेस्टिंग की जा रही है.एयरफील्ड लाइटिंग, पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसे ऑपरेशनल और मेंटेनेंस सर्विसेज के लिए एग्रीमेंट्स पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं.

Advertisement

एयरपोर्ट का विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कर रही है, जो ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (AG) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है. नोएडा के जेवर में तैयार हो रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली पैसेंजर फ्लाइट अगले अप्रैल में उड़ान भरेगी. यह एयरपोर्ट का काम पूरा होने पर ये देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. दिल्ली से करीब 75 किलोमीटर दूर स्थित, ये NCR यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा, जो इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्री य एयरपोर्ट का एक विकल्प  साबित होगा.

Featured Video Of The Day
Sambhal Violence: उग्र भीड़ ने कैसे और कहां से किया Police पर हमला, देखें Ground Report