मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा (Kapil Sharma) ने कार डिजाइनर दिलीप छाबरिया के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले (Dilip Chhabria cheating case) में गुरुवार को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया. बयान दर्ज कराने के बाद कपिल ने कहा, 'मैंने वैनिटी वैन के लिए पैसे दिए थे लेकिन उन्होंने काम नहीं किया था तो मैंने शिकायत दर्ज कराई थी.अब जब पता चला है कि पुलिस ने उनको किसी दूसरे केस में गिरफ्तार किया है तो मैं भी अपना बयान दर्ज कराने आया हूं.' गौरतलब है कि मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) ने डीसी अवंति कार फाइनेन्सिंग और धोखाधड़ी मामले का खुलासा किया था और पिछले महीने छाबरिया को गिरफ्तार किया था.
कपिल शर्मा ने पूछा 'शुभ समाचार' को इंग्लिश में क्या कहते हैं? तो फैन्स से यूं मिला जवाब
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘छानबीन के दौरान यह जानकारी में आया कि कपिल शर्मा से भी कथित तौर पर जालसाजी की गई. उन्होंने मामले में सूचनाएं साझा करने की इच्छा जताई थी. इसके बाद वह अपना बयान दर्ज कराने के लिए आज CIU के सामने पेश हुए.'' ज्वाइंट CP मिलिंद भाराम्बे ने बताया, 'कपिल ने छाबरिया की कंपनी, DC डिजाइन को मार्च 2017 में 5 करोड़ 30 लाख दिए थे. रुपये दिलीप छाबरिया को वैनिटी वैन डिजाइन करने के लिए दिए थे, बाद में वैट लागू होने के बाद DC डिजाइन कंपनी ने वैट के तहत 50 लाख मांगे जो उन्होंने दिए. उसके बाद DC डिजाइन ने फिर 60 लाख कैश रुपये मांगे, जिसे देने से कपिल शर्मा ने इनकार कर दिया. इससे नाराज होकर दिलीप छाबरिया ने वैनिटी बस जो अभी बनी नही थी उसकी पार्किंग का बिल दे दिया.कपिल शर्मा ने EOW में दिलीप छाबरिया के खिलाफ चीटिंग की शिकायत की थी. उसकी जांच चल रही थी अब उस केस में अलग से FIR दर्ज हो रहा है, जिसकी जांच CIU करेगी.'
गौरतलब है कि यह मामला तब सामने आया था जब दक्षिण मुंबई से दिलीप छाबरिया डिजाइन (डीसी डिजाइन) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित स्पोर्ट्स कार डीसी अवंति की जब्ती की गई, पुलिस को सूचना मिली थी कि इसका पंजीकरण नंबर फर्जी है. उन्होंने कहा कि कार के मालिक ने जो दस्तावेज पेश किया वह सही था और पता चला कि उसका चेन्नई में पंजीकरण हुआ था हालांकि उसी इंजन और चेसिस नंबर के साथ एक और कार का पंजीकरण हरियाणा में पाया गया. (भाषा से भी इनपुट)