दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने बुधवार को कोकीन (Cocaine) की बड़ी खेप पकड़ी है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई जा रही है. इस बात को लेकर जांच की जा रही है कि इसका इस्तेमाल कहीं किसी बड़े ईवेंट, लक्जरी होटलों और बड़े आयोजनों में तो नहीं होना था. दिल्ली में एक बड़े और फेमस सिंगर का लाइव प्रोग्राम भी होने जा रहा है. ऐसे में सवाल है कि क्या कोकीन की इस खेप की सप्लाई दिल्ली में होने जा रहे कार्यक्रम में भी होनी थी. इसे लेकर दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में स्पेशल सेल की छापेमारी जारी है. कोकीन को एक महंगी पार्टी ड्रग्स भी कहा जाता है. आइए जानते हैं कि यह भारत कैसे पहुंचती है और भारत में वो कौनसे शहर हैं, जहां पर कोकीन की सबसे ज्यादा डिमांड और सप्लाई है.
इन रूटों से भारत में पहुंचती है कोकीन
लैटिन अमेरिका से साउथ अफ्रीका तक कोकीन कंटेनर के जरिये शिप से सप्लाई होती हैं, जिसके बाद एयर रूट से आस्ट्रेलिया से जोहान्सबर्ग से नाइजीरिया की कैपिटल तक पहुंचती है और उसके बाद भारत में एंट्री करती है.
इसके अलावा कैरियर के जरिये भी मिडिल ईस्ट से UAE और इथोपिया से भारत में कोकीन आती है. इसके साथ ही कंटेनर रूट के जरिये पनामा और इक्वेडोर से कोकीन भारत में आती है.
भारत में मुंबई है सबसे बड़ा मार्केट
भारत में कोकीन का सबसे बड़ा मार्केट मुंबई में है. इसके बाद देश के अन्य शहरों का नंबर आता है, जिसमें दिल्ली, बेंगलुरु, गोवा और हैदराबाद शामिल हैं.
युवाओं में इस ड्रग्स की सबसे ज्यादा डिमांड होती है. इसके लिए कीमत भी भारी-भरकम चुकानी होती है. एक ग्राम कोकीन को करीब 2 से 3 बार एक शख्स इस्तेमाल कर सकता है और एक ग्राम की कीमत करीब 10 हजार रुपए होती है.
इन छह देशों में पैदा होती है हेरोइन
वहीं हेरोइन की बात करें तो दुनिया के छह देशों में सबसे ज्यादा हेरोइन गैर कानूनी तरीके से पैदा होती है. हेरोइन को इन 6 देशों में दो नामों से पहचाना जाता है. गोल्डन ट्राएंगल में म्यामार, लागोस और कम्बोडिया आते हैं. यहां पर सबसे ज्यादा ड्रग्स की पैदावार होती है.
वहीं गोल्डन क्रिसेंट में ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस ने पकड़ी थी ड्रग्स की खेप
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को ड्रग्स की अब तक की बड़ी खेप पकड़ी है. अधिकारियों के अनुसार, 560 किलोग्राम से अधिक कोकीन और 40 किलोग्राम 'हाइड्रोपोनिक मारिजुआना' जब्त किया गया. जब्त किए गए ड्रग्स की अनुमानित कीमत लगभग 5,620 करोड़ रुपए है. स्पेशल सेल टीम ने महिपालपुर से चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. इसमें मास्टरमाइंड तुषार गोयल भी शामिल है, जो 2022 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के आरटीआई सेल का चेयरमैन रह चुका है. गोयल इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह का प्रमुख वितरक बताया जा रहा है. एक अक्टूबर को महिपालपुर में एक गोदाम के बाहर सबको गिरफ्तार किया गया, जहां 22 कार्टन में 547 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना मिला.