झारखंड के चाईबासा जिले के टोकलो एवं सरायकेला जिले के कुचाई थाना क्षेत्र के सीमा पर प्रतिबंधित भाकपा माओवादी प्रमाणिक दस्ता के साथ रविवार को पुलिस, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 197वीं बटालियन एवं झारखंड कोबरा 209 के जवानों के संयुक्त दल की भीषण मुठभेड़ हुई जिसमें कोबरा का एक जवान घायल हो गया जिसे हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए रांची लाया गया.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सूचना के आधार पर जब रविवार तड़के सुरक्षा बल नक्सलियों के खोज अभियान में कुचाई थाना क्षेत्र के जंगल में पहुंचे तो नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी प्रारंभ कर दी जिसके बाद कई घंटे तक चली मुठभेड़ में कोबरा का एक जवान माओवादियों की गोली से घायल हो गया. सुरक्षा बलों ने घायल जवान को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लिफ्ट कर इलाज हेतु रांची पहुंचाया जहां मेडिका अस्पताल में उसकी हालत स्थिर बताई गई है.
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों को भी मुठभेड़ में गोली लगने की सूचना है लेकिन वह जंगल में भागने में सफल रहे लिहाजा उनके पक्ष में हताहतों की पुष्टि नहीं हो सकी है.
इस बीच गुमला जिले के बिशुनपुर थाना अंतर्गत ‘कोगांव' के जंगल में आज दोपहर लगभग 11.30 बजे पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. माओवादी पुलिस को देखते ही गोलियां चलाते हुए भागने लगे. पुलिस ने भी जवाबी गोलीबारी की. लेकिन माओवादी जंगलों की आड़ में बचते हुए भागने में सफल रहे.
पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन ने बताया कि माओवादियों के जिस दस्ते से सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई वह जोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव का दस्ता था. उसके साथ करीब एक दर्जन हार्डकोर माओवादी थे लेकिन सभी घने जंगल का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे. पुलिस ने घटनास्थल से तीन आइईडी बम, आइईडी बनाने की सामग्री, कंबल और कुछ दैनिक उपयोग की सामग्रियां बरामद की हैं.
इस बीच पुलिस अधीक्षक जनार्दनन ने कहा कि मुख्यधारा से भटके हुए लोग आत्मसमर्पण कर दें अन्यथा पुलिस के साथ अगर मुठभेड़ होती है तो उन्हें गोली खानी होगी.