उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर शुक्रवार को तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. थाना कोतवाली क्षेत्र के बिहारीपुर पुलिस चौकी के पास स्थित मस्जिद के बाहर सैकड़ों नमाजियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर 'आई लव मोहम्मद' और 'नारा-ए-तकदीर' जैसे नारे लगाए और बैनर लहराए. स्थिति अनियंत्रित होने पर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
सार्वजनिक शांति भंग करने की इजाजत नहीं: जयवीर सिंह
योगी सरकार के मंत्रियों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कार्रवाई की बात कही है. योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, "किसी को भी सार्वजनिक शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है." इस खबर के लिए हैडलाइन दें
शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी: असीम अरुण
मंत्री असीम अरुण ने कहा, "भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी है, लेकिन जुलूस या रैलियों के लिए पूर्वानुमति जरूरी है. किसी भी आयोजन को शक्ति प्रदर्शन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी."
सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी, जिसे पीढ़ियां याद रखेंगी: अनिल राजभर
वहीं, मंत्री अनिल राजभर ने चेतावनी देते हुए कहा, "जो लोग उत्तर प्रदेश के विकास को बर्दाश्त नहीं कर सकते और दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, वे कभी सफल नहीं होंगे. ऐसी मंशा रखने वालों के खिलाफ सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी, जिसे पीढ़ियां याद रखेंगी."
बिना अनुमति के धार्मिक जुलूस निकालना अस्वीकार्य: संजय निषाद
मंत्री संजय निषाद ने घटना की निंदा करते हुए कहा, "बिना अनुमति के धार्मिक जुलूस निकालना अस्वीकार्य है. हमारी सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी." वहीं, मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा, "योगी सरकार हर जाति और मजहब के लोगों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. हमें किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए और सजगता के साथ अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए."
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है.