हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया जबकि कांग्रेस ने इसे ‘नितांत अपर्याप्त' एवं किसानों के साथ ‘क्रूर मजाक' करार दिया. केंद्र सरकार ने बुधवार को गेहूं का एमएसपी 40 रूपये बढ़ाकर 2015 रूपये प्रति क्विंटल और सरसों का एमएसपी 400 रूपये बढ़ाकर 5050 रूपये प्रति क्विंटल किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामले की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में एमएसपी में वृद्धि का फैसला किया गया. एमएसपी वह दर होती है जिसपर सरकार किसानों से फसल खरीदती है.
खट्टर ने यहां जारी एक बयान में कहा कि एमएसपी में वृद्धि का निर्णय 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में उठाया गया एक अन्य कदम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले के बाद किसान निश्चित ही उत्पाद लगात पर ऊंची रिटर्न के साथ अतिरिक्त आय हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के हित के बारे में गंभीर है और वह उनके आर्थिक उत्थान के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा , ‘‘ बुवाई सीजन से से पहले किसानों का एमएसपी में वृद्धि से निश्चित ही किसानों को यह तय करने में मदद मिलेगी कि कौन सी फसल उन्हें बोनी है , ताकि अधिक आमदनी हो.'' इस बीच कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘‘ गेहूं, जौ और चने के दाम में दो फीसद की वृद्धि बहुत ही नाकाफी है और यह किसानों के साथ क्रूर मजाक है. ''