"कानून हाथ में लेने का किसी को भी अधिकार नहीं": गो-रक्षकों पर विपक्ष के हमले के बीच CM खट्टर

सीएम खट्टर ने कहा, 'किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.'

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर. (File Photo)
चंडीगढ़:

कथित गो-रक्षकों द्वारा दो लोगों के अपहरण और हत्या के कारण हरियाणा पुलिस की आलोचना के बीच राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.

खट्टर ने मेवात इलाके में गोरक्षकों के हुड़दंग में शामिल होने के आरोपों के बारे में पत्रकारों के पूछे जाने पर कहा, 'हमने किसी भी व्यक्ति को अधिकार नहीं दिया है. हमने जिलों में गौ टास्क फोर्स का गठन किया है जिसके प्रभारी डीएसपी होते हैं और कुछ अन्य सदस्य भी इसका हिस्सा हैं, ताकि पुलिस टास्क फोर्स के माध्यम से प्राप्त सूचना पर कार्रवाई कर सके.'

खट्टर ने कहा, 'किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.'

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि नासिर और जुनैद को हरियाणा के गो रक्षकों द्वारा अगवा करने के बाद मार डाला गया था.

मीडिया से बातचीत के दौरान खट्टर ने अन्य मुद्दों पर भी सवालों के जवाब दिये.

यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सतलज यमुना लिंक नहर के निर्माण में देरी को लेकर राज्य सरकार को उच्चतम न्यायालय में 'अदालत की अवमानना' याचिका दायर करने का सुझाव दिया था, खट्टर ने कहा कि नहर निर्माण के लिए एक निष्पादन आदेश जारी किया जाना बाकी है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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