हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के जगातखाना क्षेत्र में शनिवार देर रात बादल फटने (Cloudburst) की घटना से भारी तबाही मच गई. तेज बारिश के चलते नाले में अचानक आई बाढ़ में करीब 15 वाहन बहकर सतलुज नदी में समा गए. स्थानीय लोगों ने बताया कि तेज़ बहाव में गाड़ियां ऐसे बहती नज़र आईं जैसे ताश के पत्ते हों. इलाके में अफरातफरी और भय का माहौल बन गया.
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (ADM) ज्योति राणा ने पुष्टि की कि बादल फटने की घटना से जन-धन की हानि की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखी हुई है. उन्होंने बताया कि रामपुर में तेज बारिश के कारण तीन प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गई थीं, जिन्हें देर रात तक बहाल कर दिया गया.
इसी दौरान, रामपुर के कई ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि (hailstorm) भी हुई, जिससे सेब की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है. स्थानीय बागवानों का कहना है कि मई के अंत में इस तरह की मौसमीय मार से उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया है.
मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों के लिए भारी बारिश, तेज़ अंधड़ और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है.प्रशासन ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है.