उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से करीब 120 किमी दूर देवप्रयाग में बादल फटने के कारण कई घरों और दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा. शांता छोटी नदी में अचानक आए मलबे और पानी के भारी बहाव से भारी नुकसान हुआ है. ITI का भवन औरपास की सभी दुकानें नदी में समा गई हैं. चूंकि कोराना कर्फ्यू के कारण बाजार को बंद करवाया गया था, इसी कारण कई लोगों की जान बची है.एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार उत्तराखंड के पुलिस प्रमुख के अनुसार, 'किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. SDRF टीमें घटनास्थल पर पहुंचने वाली हैं.' अधिकारियों के अनुसार, बादल फटने की घटना शाम 5 बजे के आसपास हुई और इससे दर्जनों दुकानों और अन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचा. चूंकि कोरोना लॉकडाउन के कारण ये व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद थे, ऐसे में कोई जनहानि नहीं हुई.
गौरतलब है कि कुछ माह पहले उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भीषण बढ़ा आई थी और इस कारण 200 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी थी. पिछले माह उत्तराखंड में भारत-चहन सीमा पर ग्लेशियर टूटने से आठ लोगों की मौत हुई थी.