वक्फ बिल पर JPC की अगली बैठक के लिए सस्पेंड हुए TMC के कल्याण बनर्जी, BJP सांसदों से हुई थी झड़प

तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) को संयुक्‍त संसदीय समिति की अगली बैठक से निलंबित कर दिया गया है. टीएमसी सांसद की बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्‍याय के साथ बहस हुई थी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्‍ली:

तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee Suspend) को अमर्यादित आचरण के लिए वक्फ विधेयक संबंधी संयुक्‍त संसदीय समिति से निलंबित कर दिया गया है. बनर्जी को अगली एक बैठक के लिए निलंबित किया गया है. उन्हें सस्पेंड करने के लिए वोटिंग हुई और नियम 374 के तहत सस्पेंड किया गया. इससे पहले, वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) को लेकर संयुक्‍त संसदीय समिति की बैठक में जमकर हंगामा हुआ. भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्‍याय और तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्‍याण बनर्जी के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि बनर्जी ने पानी की बोतल को तोड़ दिया. इस मामले में कुछ सदस्यों का कहना है कि बोतल कमेटी के चेयरमैन जगदंबिका पाल की ओर फेंकने की कोशिश हुई है. 

जानकारी के मुताबिक, तृणमूल सांसद कल्‍याण बनर्जी ने तीखी बहस के बाद कांच की बोतल को तोड़ दिया और इससे उन्‍हें ही चोट आई. सूत्रों के मुताबिक कल्याण बनर्जी बिना बारी के अपनी बात रखना चाहते थे. वह पहले ही तीन बार बोल चुके थे और प्रजेंटेशन के दौरान एक बार फिर बोलना चाहते थे. इसे लेकर भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्‍याय ने आपत्ति जताई. इसके बाद ही दोनों के बीच तीखी बहस हुई. 

अध्‍यक्ष की ओर नहीं फेंकी बोतल : विपक्षी सांसद 

इसी दौरान कल्याण बनर्जी ने पानी की एक बोतल को उठाकर उसे मेज पर दे मारा. कांच की इस बोतल के टूटने से उन्‍हें ही चोट पहुंची. घटना के कारण बैठक कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई. इसके तुरंत बाद बनर्जी को इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उनके हाथ में चार टांके लगे हैं. 

Advertisement

उधर, विपक्षी सांसदों का कहना है कि पानी की बोतल को अध्यक्ष की ओर फेंकने की कोशिश नहीं की गई थी, बल्कि गुस्से में उठाकर उसे वहीं पर पटक दिया गया था. इसी के चलते कल्याण बनर्जी के हाथों में चोट आ गई. 

Advertisement

15 अक्‍टूबर को भी दोनों के बीच हुई थी बहस 

अभिजीत गंगोपाध्‍याय और कल्‍याण बनर्जी के बीच पिछली बैठकों में भी इस तरह बहस हुई है. 15 अक्टूबर को हुई बैठक में भी दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर अपशब्दों का इस्तेमाल किया था.

Advertisement

केंद्र सरकार ने 08 अगस्त को लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को पेश किया. हालांकि विधेयक को संयुक्त समिति को भेजने की सांसदों की मांग को मानते हुए सरकार ने इन्हें संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया था. 

Advertisement

रक्षा और रेल के बाद देश में वक्फ बोर्ड के पास सबसे अधिक जमीनें हैं. भारत सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय के अनुसार, वक्फ बोर्ड के पास देश में 8,65,646 संपत्तियां पंजीकृत हैं. इनमें कुल 9.4 लाख एकड़ जमीन है, जिसकी कुल कीमत करीब 1.2 लाख करोड़ रुपए है. 

Topics mentioned in this article