तमिलनाडु में बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे जाने वालों में ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर (Lakhwinder Singh Lidder) भी शामिल हैं. पड़ोसी और सेना में एक ऑफिसर ने हेलीकॉप्टर हादसे के एक दिन बाद कहा कि ब्रिगेडियर लिड्डर का मेजर जनरल के तौर पर प्रमोशन होने वाला था. इस हेलीकाप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मौत हुई थी. ब्रिगेडियर लिड्डर की जड़े हरियाणा के पंचकूला से थीं. वे एक वर्ष से अधिक समय से जनरल रावत के स्टाफ में डिफेंस असिस्टेंट के तौर पर थे. उनके नाम को मेजर जनरल के तौर पर प्रमोशन के लिए मंजूरी मिली थी और बतौर डिवीजन ऑफिसर चार्ज लेने के लिए उन्हें जल्द ही जनरल रावत के स्टाफ को छोड़ना था.
जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन प्राप्त, ब्रिगेडियन लिड्डर ने इससे पहले रेजीमेंट की दूसरी बटालियन की कमान संभाली थी. वे कजाकिस्तान में भारत के डिफेंस अटैचे (defence attache) के तौर पर भी सेवाएं दे चुके थे और उन्हें काउंटर टैरेरिज्म विशेषज्ञ माना जाता था. उन्हें सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल मिला था.
पंचकूला सेक्टर 12 स्थित लिड्डर परिवार के मकान नंबर 357 के बाहर खड़े कर्नल भूपिंदर सिंह ने कहा कि वे ब्रिगेडियर लिड्डर को 20 वर्षों से जानते थे. सिंह ने कहा, 'वे समानित अधिकारी थे और करियर में काफी अच्छा कर रहे थे. उन्होंने मुश्किल क्षेत्रों में बटालियन का नेतृत्व किया था और एम्बेसी के साथ यूएन मिशन में सेवाएं दीं. मेरे लिए निजी तौर पर भी यह बड़ा नुकसान है, हम 20 साल से दोस्त थे.' कर्नल सिंह ने कहा कि लिड्डर के पंचकूला वाले घर में कोमइ नहीं रहता लेकिन ब्रिगेडियर यहां आते रहते थे. उन्होंने बताया, 'वे यहां आखिरी बार करीब डेढ़ माह पहले आए थे. तब हमारी लंबी बात हुई थी.वे मेजर जनरल के तौर पर प्रमोट होने वाले थे, इसकी घोषणा होने ही वाली थी. यह परिवार और देश के लिए बड़ा झटका है.'
बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर (retired) ने भी ब्रिगेडियर लिड्डर को देश के प्रतिभाशाली और बहादुर अफसरों में से एक बताया. ब्रिगेडियर लिड्डर के परिवार में पत्नी और 16 साल की बेटी आशना है.