हेलीकॉप्‍टर हादसे में केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह की ही बची जान, इसी वर्ष अगस्‍त में मिला है शौर्य चक्र

भारतीय वायुसेना के इस हेलीकॉप्‍टर हादसे में केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह की ही जान बच सकी.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नई दिल्‍ली:

तमिलनाडु में बुधवार को हुई हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में इससे सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई है. हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ, जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी सहित 13 लोगों को जान गंवानी पड़ी है.  इस हेलीकॉप्‍टर हादसे में केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही  बच सके. भारतीय वायुसेना की ओर से एक ट्वीट में कहा गया है ,'बेहद अफसोस के साथ बताना पड़ रहा है कि जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और हेलीकॉप्‍टर में सवार 11 अन्‍य लोगों की 'इस दुर्घटना में मृत्‍यु हो गई है. '  एक अन्‍य ट्वीट में यह भी जानकारी दी गई है कि  ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का इंजुरी के कारण इस समय वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.

ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह को पिछले साल उड़ान के दौरान विमान में आई तकनीकी खराबी के बाद इसे साहस के साथ संभालने के लिए अगस्‍त में ही शौर्य चक्र से सम्‍मानित किया गया है. उन्‍होंने कौशल का प्रदर्शन करते हुए तेजस (TEJAS) लड़ाकू को सुरक्षित लैंड कराया था. बुधवार को Mi सीरीज का जो हेलीकॉप्‍टर दुर्घटनाग्रस्‍त हुआ, उसने सुलुर (Sulur) आर्मी बेस से उड़ान भरी थी. उड़ान भरने केकुछ ही देर बाद यह तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. था. भारतीय वायुसेना ने ट्विटर पर इस बात की पुष्टि की थी कि चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ इस हेलीकॉप्‍टर में थे. ट्वीट में कहा गया है, '

वायुसेना के Mi-17V5 हेलीकॉप्‍टर,जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत सवार थे आज कूनूर (तमिलनाडु) के निकट दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है.  गौरतलब है कि 63 वर्षीय जनरल बिपिन रावत ने जनवरी  2019 में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ का कार्यभार संभाला था. यह पद देश की तीनों सेनाओं, थल सेना, नौसेना और वायुसेना को एकीकृत करने के उद्देश्‍य से सृजित किया गया. बाद में उन्‍हे नवनिर्मित, डिपार्टमेंट आफ मिलिट्री अफेयर्स का भी प्रमुख नियुक्‍त किया गया था. (ANI से भी इनपुट)

Featured Video Of The Day
'Beautiful Young Woman', Gaza Peace Summit में Trump ने Italian PM Meloni से ऐसा क्यों कहा?