लोकसभा चुनाव 2024 में पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बड़ा नुकसान झेलने के बाद अब BJP 6 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने में जुट गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इसी सिलसिले में रविवार को कोलकाता का दौरा किया. इस दौरान एक रैली में BJP नेता और वेटरन एक्टर मिथुन चक्रवर्ती ( Mithun Chakraborty) ने एक विवादास्पद बयान दिया. 74 वर्षीय मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, "एक नेता ने कहा था कि हम यहां 70% मुस्लिम हैं और हिंदू यहां 30% हैं. हिंदुओं को काटकर भागीरथी में बहा देंगे. मैं कहता हूं कि हम तुम्हें काटकर भागीरथी में तो नहीं बहायेंगे, लेकिन तुम्हें तुम्हारी जमीन पर जरूर दफना देंगे."
मिथुन चक्रवर्ती ने यह बयान TMC नेता कबीर की टिप्पणी के बाद दिया है. मुर्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के दौरान कबीर ने विवादास्पद टिप्पणी की थी. एक रैली में उन्होंने कथित तौर पर कहा, "आप (यहां के लोगों में) 30 प्रतिशत हैं, लेकिन हम 70 प्रतिशत हैं... अगर आपको लगता है कि आप मस्जिदों को ध्वस्त कर सकते हैं और मुसलमान आराम से बैठ जाएंगे? तो आप गलत हैं. अगर मैं आप लोगों को भागीरथी में नहीं डुबो पाया, तो राजनीति छोड़ दूंगा..."
मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं. लेकिन ये कह रहा हूं. हम बंगाल जीतने के लिए कुछ भी करेंगे. 2026 के विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल में BJP की सरकार आएगी. भागीरथी हमारी मां हैं. हम इसे बचाने के लिए कुछ भी करेंगे." अमित शाह के सामने ही उन्होंने कहा, "हमें पैसे लेने वाले कार्यकर्ता नहीं चाहिए. अगर आप हमारे झाड़ का एक फल तोड़ोगे, तो हम आपके झाड़ का 4 फल तोड़ेंगे." बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती को 8 अक्टूबर को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
'ऐसा कार्यकर्ता चाहिए जो खड़े होकर कहे मुझे गोली मारो'
BJP के सदस्यता अभियान के कार्यक्रम में वेटरन एक्टर ने कहा, "हमें लड़ने वाले लोग चाहिए. ऐसे लोग चाहिए, जो खड़े होकर कह सकें कि मुझे गोली मारो. मैं देखता हूं कि तुम्हारे पास कितनी गोलियां हैं. हमें वो लोग नहीं चाहिए, जो पैसों के लिए खड़े होते हैं."
कोई भी उन्हें सीरियसली नहीं लेता
मिथुन चक्रवर्ती के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया. पार्टी महासचिव जय प्रकाश मजूमदार ने मिथुन चक्रवर्ती को एक महत्वहीन व्यक्ति करार दिया है. उन्होंने कहा, "एक राजनीतिक नेता के रूप में कोई भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेता... जिस नेता (तृणमूल के कबीर) की टिप्पणी के बारे में उन्होंने बात की थी, उसकी चुनाव आयोग ने निंदा की थी. अब अमित शाह की उपस्थिति में मिथुन चक्रवर्ती ऐसा कह रहे हैं. देखना है कि अब इस बारे में पार्टी का कदम क्या होगा?"