महाराष्ट्र में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा, 'मार्च माह से पिछले साल की तुलना में स्थिति और खराब हो गई है. ऐसे में लॉकडाउन की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता. हम पहले कोरोना के मामलों में कमी लाने में सफल हुए थे.' सीएम ने शुक्रवार कोो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस ने महाराष्ट्र में एंट्री की थी और दानव की तरह राज्य पर हमला किया था. हमने इसके खिलाफ एक जुट होकर जंग छेड़ी थी और इसी कारण हम स्थिति को काफी हम तक नियंत्रण में करने में सफल रहे थे.
उन्होंने कहा कि कोरोना केसों में यदि इसी तरह से इजाफा होता रहा तो लॉकडाउन की आशंका को दरकिनार नहीं किया जा सकता. लोग बेफिक्र होकर नहीं रह सकते. ऐसे समय जब कोरोना के केसों की रफ्तार बढ़ रही है, लोगों को सतर्क रहना होगा और कोविड-19 गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन करना होगा.उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की जब शुरुआत हुई थी तो केवल दो लैब थीं लेकिन हमने टेस्टिंग के लिए लैब की संख्या बढ़ाई. इस समय अकेले मुंबई में ही 50 हजार से अधिक लोगों का टेस्ट हो रहा है. हम महाराष्ट्र में रोजाना 1.82 लाख से अधिक लोगों का कोरोना टेस्ट कर रहे हैं, हमारा लक्ष्य इस संख्या को रोजाना ढाई लाख तक ले जाने का है.