बच्चों को आखिर हो क्या रहा है. उनके मन में इस कदर गुस्सा कहां से आ रहा है कि वह बदला लेने पर उतारू हो जाएं. गुरु को ईश्वर से भी बड़ा माना जाता है, क्यों कि शिष्यों को अंधेरे से निकालकर रोशनी की तरफ ले जाते हैं. लेकिन क्या हो जब बच्चे गुरुओं को ही सबक सिखाने की ठान लें और उनकी जान के दुश्मन बन बैठें. पिछले हफ्ते छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कुछ ऐसा ही हुआ. टीचर की डांट से आठवीं कक्षा के कुछ बच्चे कुछ यूं खार खा गए कि उन्होंने टीचर को सबक सिखाने की ठान ली (Bilaspur School Blast) और उनकी जान के दुश्मन बन बैठे. हालांकि टीचर की जान तो बच गई लेकिन एक बच्ची उनका शिकार बनकर बुरी तरह झुलस गई.
वॉशरूम में ब्लास्ट करने वाले 5 छात्रों में तीन लड़कियां हैं. पुलिस के मुताबिक, उन्होंने कथित तौर पर ऑनलाइन मंगवाए सोडियम का एक नॉब टंकी में लगा दिया. पानी के संपर्क में आते ही ये फट गया. टीएनएन के मुताबिक, इस घटना के बाद चार आरोपी स्टूडेंट्स को हिरासत में लेकर पुनर्वास गृह भेज दिया गया. बिलासपुर के एसपी रजनेश सिंह का कहना है कि उन बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी. आरोपी पांचवीं छात्रा को अब तक हिरासत में नहीं लिया गया है. उसको भी जल्द ही किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
स्कूल में हुआ क्या?
- बिलासपुर के सेंट विसेंट पलोटी हायर सेकेंडरी स्कूल में 21 फरवरी को बड़ा हादसा हुआ.
- एक बच्ची ने जैसे ही वॉशरूम का फ्लश दबाया एकदम से धमाका हो गया.
- इस घटना में चौथी क्लास में पढ़ने वाली 10 साल की स्तुति बुरी तरह झुलस गई.
- उसको इलाज के लिए तुरंत बर्न केयर अस्पताल ले जाया गया. घटना से स्कूल में हड़कंप मच गया.
- पुलिस ने इस बारे में दूसरे बच्चों से पूछताछ की और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले.
- शनिवार सुबह गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
स्कूल के बॉथरूम में कैसे हुआ धमाका?
शुरुआती जांच में पता चला कि स्कूल के वॉशरूम में हुए ब्लास्ट के पीछे आठवीं और नौवीं क्लास के 5 स्टूडेंट्स का हाथ है. उन्होंने तीन दिन तक ब्लास्ट की प्लानिंग की और फिर इसे अंजाम दे डाला. दरअसल बाद सिर्फ इतनी सी थी कि टीचर ने किसी बात पर स्टूडेंट्स को डांट दिया. इस बात से ये बच्चे इस कदर गुस्से में आ गए कि उन्होंने टीचर को सबक सिखाने की ठान ली. बस फिर क्या था, लग गए प्लानिंग और प्लॉटिंग में. पुलिस के मुताबिक, उन्होंने कथित तौर पर ऑनलाइन मंगवाए सोडियम का एक नॉब टंकी में लगा दिया. पानी के संपर्क में आते ही ये फट गया. टीचर की जगह चौथी क्लास की बच्ची अचानक वॉशरूम चली गई. उनको अपनी सीनियर्स की साजिश का पता ही नहीं था. उसने जैसे ही फ्लश दबाया अचानक ब्लास्ट हो गया. इस घटना में वह बुरी तरह से झुलस गई.
वॉशरूम में ब्लास्ट करने वाले 5 छात्रों में तीन लड़कियां हैं. टीएनएन के मुताबिक, इस घटना के बाद चार आरोपी स्टूडेंट्स को हिरासत में लेकर पुनर्वास गृह भेज दिया गया. बिलासपुर के एसपी रजनेश सिंह ने TOI को बताया कि उन बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी. आरोपी पांचवीं छात्रा को अब तक हिरासत में नहीं लिया गया है. उसको भी जल्द ही किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
8वीं क्लास के स्टूडेंट्स को विस्फोटक मिला कहां से?
स्कूल के वॉशरूम में हुए ब्लास्ट के बाद सवाल ये भी है कि 8वीं क्लास के बच्चों को विस्फोटक कहां से मिला. पूछताछ में पता चला है कि बच्चों ने बिहार की राजधानी पटना से ऑनलाइन ऑर्डर कर विस्फोटक मंगवाया था. एक स्टूडेंट ने अपनी आंटी के ऑनलाइन अकाउंट से विस्फोटक ऑर्डर किया था. उन्होंने ये भी बताया कि उनके निशाने पर तो टीचर थी. लेकिन वह बच्ची चपेट में आ गई. पुलिस की पूछताछ में आरोपी स्टूडेंस ने खुद ऑनलाइन सोडियम मंगवाने का खुलासा किया.
क्या स्कूल में पहले भी मिला बम?
स्कूल में हुई इस घटना से अभिभावक काफी गुस्से में हैं. उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह की घटना नई नहीं है. उन्होंने बताया कि इससे पहले स्कूल में एक स्टूडेंट की बाइक में बम मिला था. लेकिन स्कूल प्रशासन ने एक्शन लेने के बजाय मामले को वहीं दबा दिया.
CCTV फुटेज से सुलझी ब्लास्ट की पहेली
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने स्कूल में हुए इस विस्फोट की पहेली को सुलझाया और आरोपी छात्रों का पता लगाया. एसपी के मुताबिक, जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम मामले की जांच कर रही है. छत्तीसगढ़ के स्कूल में हुए विस्फोट से जांच करने वाले भी हैरान हैं. पीड़ित के शरीर पर केमिकल वर्न के संकेत मिले हैं. उनका कहना है कि ये किसी पेशेवर का काम नहीं था. वहीं बच्चों का कोई साफ मकसद नहीं था. बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह का कहना है कि ये मामले अजीब है.
वॉशरूम का दरबाजा बंद था, जमीन पर पड़ी थी बच्ची
वॉशरूम में सिल्फोट की आवाज सुनते ही स्कूल कर्मचारी मदद के लिए तुरंत दौड़ पड़े. लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था. जैसे ही उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो पाता चला कि झुलसी हुई बच्ची जमीन पर गिरी है. उसे गंभीर हालत में तुरंत अस्पताल ले जाया गया.बच्ची के माता-पिता ने तुरंत FIR दर्ज कराई. इस घटना के बाद बिलासपुर के एसपी सिंह ने कहा कि ऐसे केमिकल आसानी से उपलब्ध नहीं हैं. उनकी बिक्री और खरीद के लिए कुछ दिशानिर्देशों का पालन किया जाना चाहिए. उनकी ऑनलाइन खरीद एक बड़ी खामी है, जिसे ठीक करने की जरूरत है.