छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में गोबर चोरी (Cow Dung Theft) होने का अनोखा मामला सामने आया है. छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) को कोरबा के एक गांव से 800 किलो गोबर चोरी होने की शिकायत मिली. कोरबा जिले की पुलिस केस दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है. छत्तीसगढ़ पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि 8-9 जून की रात में दिपका थाना क्षेत्र के धुरेना गांव से गाय का 800 किलोग्राम गोबर चोरी हो गया है. इसकी कीमत करीब 1600 रुपये है. दिपका थाना क्षेत्र के प्रभारी हरीश तांडेकर ने कहा कि गोधन ग्राम समिति के अध्यक्ष कमहान सिंह कंवर ने 15 जून को औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है.
कंवर ने कहा कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच कराई जा रही है. पुलिस ने इस मामले में पीड़ित का बयान भी लिया है और आसपास के ग्रामीणों से भी घटना को लेकर सवाल-जवाब किए हैं. मालूम हो कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कृमि खाद के उत्पादन के लिए गोधन न्याय योजना का आगाज किया है. इसके तहत गाय का गोबर 2 रुपये प्रति किलोग्राम के आधार पर खरीदा जाता है.
छत्तीसगढ़ सरकार ने हरेली उत्सव के मौके पर 20 जुलाई को 'गौधन न्याय योजना' शुरू की थी. इसमें शुरुआती तौर पर पशुपालकों से डेढ़ रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गाय का गोबर खरीदने की योजना थी. इसे बढ़ाकर बाद में दो रुपये प्रति किलो कर दिया गया था.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि वर्मीपोस्ट (कृमि से जैविक पदार्थों के अपघटन से निर्मित उत्पाद) के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा. इसे हरेली उत्सव के मौके पर शुरू किया गया था, जिसे कृषि गतिविधियों की शुरुआत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है.
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