छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में किसानों की लोक परंपरा, संस्कृति से जुड़ा ‘हरेली तिहार' पर्व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. सरकार हरेली तिहार को व्यापक स्वरूप में मना रही है. आधुनिकता की दौड़ में ‘हरेली' पर्व लुप्त प्राय हो रहा था, लेकिन बीते तीन वर्षों से इस त्यौहार को सरकार ने जीवंत करने की कोशिश की है. हरेली पर्व के मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार (Government of Chhattisgarh) गोमूत्र की खरीदी करने जा रही है. पायलट प्रोजेक्ट के तहत गोमूत्र 4 रुपये लीटर खरीदा जाएगा. दो साल पहले सरकार ने आज ही के दिन गोबर खरीदी की शुरुआत की थी.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एनडीटीवी से कहा कि हरेली छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार है और दो साल पहले हरेली के दिन लोगों ने गोबर खरीदने का निर्णय लिया. गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोबर खरीदी वर्मी कंपोस्ट बनाने का निर्णय लिया, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो और अब ठीक दो साल बाद हम गोमूत्र खरीदने जा रहे हैं.
वर्मी कंपोस्ट से जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं. गोमूत्र से बहुत अच्छे पेस्टिसाइड बनते हैं. इसे प्रमाणिक तौर से बनाया जाएगा और सर्टिफाइड किया जाएगा, जो किसान उसका उपयोग करना चाहते हैं, उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा. आर्गेनिक स्टेट की तरफ अग्रसर के सवाल पर ये कहना जल्दबाजी होगी हम धीरे-धीरे सभी मजबूत कदम उठा रहे हैं. किसी राज्य के पास किसी प्राइवेट कंपनी के पास 20 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट है. कोई राज्य ये नहीं कह सकता कि 75 लाख क्विंटल गोबर खरीदा है.
वहीं गोबर खरीदी का मजाक उड़ा रहे गोमूत्र खरीदी पर विपक्ष का सवाल है कि उसकी गुणवत्ता कैसे तय होगी. गोबर खरीदी को दूसरे राज्य अपना रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के मित्र कहते थे गोबर को राजकीय चिन्ह बना लेना चाहिए आज मुझे इस बात की खुशी है कि भाजपा शासित राज्य भी गोबर खरीदी की तरफ आगे बढ़ रहे हैं और इसका अनुसरण कर रहे हैं. केंद्रीय अध्ययन दल, सांसद और विधायक लोग यहां आकर अध्ययन करके अपने-अपने राज्य में लागू करने की बात कर रहे हैं.
भाजपा गाय को लेकर राजनीति करती रही है क्या ये मुद्दा छीनने की कोशिश है? सवाल के जबाव में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी से गाय का मुद्दा छीनने की बात नहीं बल्कि, एक समस्या की बात है. भारतीय जनता पार्टी के अनुषांगिक संगठन हैं. बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद की कार्यकलापों वजह से पूरे देश के अधिकांश मवेशी बाजार बंद हो गए. कोई अब मवेशी खरीदता बेचता नहीं क्योंकि वे पकड़ेंगे पीटेंगे, थाने में FIR कराएंगे. पैसा लूटेंगे मॉब लॉन्चिंग से कितनी जगह लोगों की जान चली गई. ये समस्या खड़ी कर दी पशुधन जो मजबूत आधार स्तंभ था अर्थव्यवस्था के लिये.