छत्तीसगढ़ में सुकमा के भेज्जी इलाके में नक्सलियों से जवानों की बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें 10 नक्सली ढेर हो गए. इस मुठभेड़ में 10 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि एसपी किरण चव्हाण ने की है. मौक़े से जवानों ने तीन ऑटोमैटिक हथियारों समेत कई हथियार बरामद किये हैं. आज तड़के सूचना मिलने के बाद डीआरजी की टीम नक्सलियों की घेराबंदी करने के लिए निकली थी. टीम जब पहुंची, तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. ऐसे में डीआरजी की टीम को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी.
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार नक्सलवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. बस्तर में शांति , विकास और प्रगति का दौर लौट आया है. उन्होंने सुरक्षा बलों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया निश्चित है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफ़ाये के लक्ष्य की पूर्ति की दिशा में हम सुनियोजित तरीक़े से आगे बढ़ रहे है.
वहीं, छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए पांच नक्सलियों की पहचान वरिष्ठ कैडर के रूप में की गई है, जिन पर कुल 28 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया था कि नारायणपुर-कांकेर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ इलाके में एक नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं सहित पांच नक्सलियों को मार गिराया गया. कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि उनमें से एक महिला कैडर की पहचान वनोजा मिचा कारम के रूप में हुई है। कारम डिविजनल कमेटी की सदस्य थी और उस पर आठ लाख रुपये का इनाम है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस साल अब तक बस्तर संभाग में अलग-अलग मुठभेड़ों में 197 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. बस्तर संभाग में सात जिले कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा शामिल हैं.