छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के रविवार को सम्पन्न हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में पार्टी संचालन समिति के सदस्यों को बांस एवं घास से बनी माला पहनाने को सोने की माला बताकर प्रचारित किए जाने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP)पर तंज कसा है. बघेल ने आज बांस एवं घास से बनी माला को बनाने वाले बैगा आदिवासी परिवार का वीडियो ट्वीट कर कहा, "..झूठ बोलो,बार बार बोलो,जितना जोर से बोल सकते हो,उतना बोलो...इस सूत्र पर चलने वाले इस अनमोल तोहफे का भी अपमान कर रहे है,साथ ही प्रकृति पुत्रों पुत्रियों की कला और छत्तीसगढ़ की संस्कृति की भी." उन्होने कहा कि आखिर छत्तीसगढ़ के लोगो,यहां की संस्कृति से भाजपा को इतनी नफरत क्यों ?
गौरतलब है कि महाधिवेशन के आखिरी दिन, रविवार को कांग्रेस ने कृषि, सामाजिक न्याय और युवा मामलों संबंधी तीन प्रस्ताव भी पारित किए. पार्टी ने यहां महाधिवेशन में जारी संकल्प पत्र ‘रायपुर की हुंकार' में कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनावों के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेंगे. मुख्य विपक्षी दल ने कहा, ‘‘इस वर्ष कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिज़ोरम, राजस्थान और तेलंगाना में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव होंगे. हमारी जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को अनुशासन, एकजुटता और पूरी एकता के साथ काम करना चाहिए.''
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा समय में पार्टी के समक्ष कई चुनौतियां हैं, जिनसे निपटने के लिए एकता, अनुशासन और दृढ़ संकल्प की जरूरत हैकांग्रेस ने अपने नेताओं से एकजुटता और अनुशासन की अपील ऐसे समय की है, जब कुछ राज्यों में, खासकर राजस्थान में लंबे समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कलह समय-समय पर सामने आती रही है. खरगे ने पार्टी के 85वें महाधिवेशन के समापन पर यह भी कहा कि यह 'नयी कांग्रेस' का आगाज है. (भाषा से भी इनपुट)
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