छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने शनिवार को कहा कि केंद्र की ओर से उपलब्ध कराये गये वेंटिलेटर (Ventilator) ठीक से काम नहीं कर रहे हैं और इस बारे में केंद्र सरकार (Central Government) को अवगत करा दिया गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में डिजिटल माध्यम से हुई बैठक में मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति तथा इसकी रोकथाम और बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी. बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमित मरीजों को इलाज में ज्यादा वित्तीय भार ना पड़े, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वेंटिलेटर, मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीमीटर, रेमडेसिवीर इंजेक्शन सहित अन्य दवाइयों पर जीएसटी की दर कम करने का आग्रह किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि केन्द्र द्वारा जो वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं, वे ठीक से काम नहीं कर रहे हैं और इस बारे में केन्द्र सरकार को अवगत करा दिया गया है.
उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस बिस्तर उपलब्ध है, जिलाधिकारियों को ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए जांच और टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है, हालांकि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण में आई तेजी चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण, जांच और मरीजों के इलाज के लिए बेहतर प्रबंध किए गए हैं और राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि मरीजों को राहत मिले.
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बघेल ने कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव के उपायों का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है और एहतियात के तौर पर कई जिलों में कलेक्टरों ने लॉकडाउन लगाया है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों से कहा गया है कि लोगों को दवाइयों और राशन की आपूर्ति लगातार सुनिश्चित की जाए. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिले को मुख्यमंत्री सहायता कोष से राशि आवंटित की गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ जांच की संख्या के मामले में देश के अन्य राज्यों से काफी आगे है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ नया राज्य है इसलिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की सुविधा कम थी, जिसे अब बढ़ाते 40 प्रतिशत तक लाया गया है.
उन्होंने बताया कि राज्य में अक्टूबर 2020 में आरटी-पीसीआर जांच का प्रतिशत 26 प्रतिशत था, जो अप्रैल 2021 में बढ़कर लगभग 40 प्रतिशत हो गया है. मुख्यमंत्री ने बैठक में कोविड-19 टीकाकरण की स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में टीकों का तीन दिनों के लिए भंडार है. बघेल ने बताया कि राज्य में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी है और केन्द्र सरकार से इसकी सतत उपलब्धता बनाए रखने का आग्रह किया गया है.
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