राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बुधवार को कहा कि अब भारत विश्व को भौतिक और आध्यात्मिक दोनों प्रकार की प्रगति की राह पर अग्रसर करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कोई नहीं उतरा था, हमारे वैज्ञानिकों ने लंबे परिश्रम के बाद वहां सबसे पहले उतरने का सम्मान प्राप्त किया है. यह केवल देश के लिए ही नहीं, सारे विश्व की मानवता के लिए है.''
भागवत ने कहा कि सारी दुनिया को ‘वसुधैव कुटुंबकम' की दृष्टि से देखने वाला भारत विश्व को शांति और समृद्धि प्रदान करने की दिशा में अग्रसर हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे वैज्ञानिक कठोर परिश्रम से यह जो गौरव का क्षण हमारे लिए लाए हैं, उसके लिए हम उनके कृतज्ञ हैं और सारे वैज्ञानिकों का, उन्हें प्रोत्साहन देने वाले शासन-प्रशासन, सबका हम धन्यवाद करते हैं, हम उन सबका अभिनंदन करते हैं.''
उन्होंने कहा कि भारत विश्व को भौतिक और आध्यात्मिक दोनों प्रकार की प्रगति की राह पर अग्रसर करेगा, यह बात अब सत्य होने जा रही है.
संघ प्रमुख ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव में यह एक वास्तविक अमृत वर्षा करने वाला क्षण हम सब लोगों ने अपनी आंखों से देखा है, इसलिए हम धन्य हैं. अब हम अपने कर्तव्य के लिए जागें, और आगे बढ़ें, इसकी आवश्यकता है.''
उन्होंने कहा, ‘‘आगे बढ़ने के लिए आवश्यक सामर्थ्य, आवश्यक कला कौशल, आवश्यक दृष्टि, यह सब कुछ हमारे पास है। यह आज के इस प्रसंग ने सिद्ध कर दिया है। मैं फिर से एक बार सबका अभिनंदन करता हूं और हृदय से कहता हूं – भारत माता की जय.''