सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने देश के सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भरपूर समर्थन का भरोसा दिया है, ताकि टीकाकरण की रफ्तार को तेज किया जा सके. मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से शनिवार को यह ट्वीट किया गया. सीरम ऑक्सफोर्ड और ऐस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड का भारत में उत्पादन कर रही है. कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सिन (Covaxin) के जरिये भारत में टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है. CMO की ओर से कहा कि सीएम उद्धव बालासाहेब ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अदार पूनावाला ने अधिकतम सहयोग का आश्वासन दिया है.
सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) महाराष्ट्र में अधिकतम टीकाकरण सुनिश्चित करेगा. बयान में कहा गया कि यह गर्व की बात है कि विश्वस्तरीय संस्थान हमारे राज्य महाराष्ट्र में है. हम कोविड-19 से महाराष्ट्र के नागरिकों की सुरक्षा के लिए रणनीतिक साझेदारी करने को तैयार हैं. महाराष्ट्र में लगातार कई दिनों से 60 हजार से ज्यादा कोरोना के केस मिल रहे हैं. महाराष्ट्र में शनिवार को 67,160 कोरोना के संक्रमित मरीज मिले, जबकि शुक्रवार को यह संख्या 66,836 थी. विशेषज्ञों ने महाराष्ट्र को कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण करने की सलाह दी है.
गौरतलब है कि केंद्र ने राज्यों और निजी क्षेत्रों की मांग को स्वीकार करते हुए वैक्सीन खरीदने की इजाजत उन्हें दे दी है. वैक्सीन निर्माता अपनी 50 फीसदी खुराक राज्यों को और खुले बाजार में बेच सकते हैं. एक मई से वैक्सीनेशन के नए चरण में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा सकेगा.
महाराष्ट्र देश का कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है, राज्य में करीब सात लाख एक्टिव केस (Maharashtra active cases) हैं. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में शुक्रवार को 7221 और गुरुवार को 7410 केस मिले थे. मुंबई एक वक्त देश का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर था. पिछले 24 घंटे में मुंबई में 40 हजार कोविड टेस्ट हुए. जबकि शुक्रवार को इसकी तादाद 42 हजार थी. पिछले हफ्ते के 18 फीसदी से पॉजिटिविटी रेट अब 15 फीसदी पर आ चुका है. पिछले एक हफ्ते में कोविड संक्रमण की वृद्धि दर 1.26 फीसदी रही है.
वहीं भारत में कोरोना के रोजाना के केस मार्च मध्य के 25 हजार से बढ़कर अब 3.5 लाख तक पहुंच गए हैं. एक्टिव केस यानी जिन मरीजों का इलाज चल रहा है, उनकी तादाद बढ़कर 25.5 लाख तक पहुंच गई है. अस्पतालों और चिकित्साकर्मियों पर जबरदस्त दबाव है.
दिल्ली के मूलचंद अस्पताल में एक सिलेंडर दो-दो मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही