देश में हाल के दिनों में फ्लाइट में बम की कई अफवाहें समाने आयी. इन कारणों से लोगों को काफी परेशानी सामना करना पड़ा है. ये अधिकतर अफवाह सोशल मीडिया साइट एक्स के माध्यम से फैलायी गयी थी. अब सरकार ने एक्स को इसे लेकर फटकार लगायी है., केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (Union Ministry of Electronics and IT) की तरफ से एक्स को फटकार लगायी गयी है.
संयुक्त सचिव संकेत एस भोंडवे ने एयरलाइंस और एक्स और मेटा जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की है. सूत्रों के अनुसार अधिकारी ने कहा कि स्थिति "अपराध को बढ़ावा देने" जैसी है और उन्होंने इन कंपनियों के प्रतिनिधियों से ऐसी खतरनाक अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर सवाल पूछा है.
नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी कार्रवाई की कही थी बात
बताते चलें कि सोमवार को स्थिति पर ब्रीफिंग के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा था कि सरकार यात्रियों की सुरक्षा से समझौता किए बिना इससे निपटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा था कि इस तरह की फर्जी धमकियां प्रसारित करने वालों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, जिसमें नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है.
नायडू ने बताया कि सरकार विमानन सुरक्षा नियमों और नागरिक विमानन सुरक्षा के विरुद्ध गैर-कानूनी कृत्यों का दमन अधिनियम-1982 (एसयूएएससीए) में संशोधन करने की योजना बना रही है, जिसके तहत अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सकता है और विमान के जमीन पर होने के दौरान अपराधों के संबंध में अदालत के आदेश के बिना जांच शुरू की जा सकती है. मौजूदा समय में विमानन कानून मुख्य रूप से उड़ान के दौरान होने वाले अपराधों से निपटने से संबंधित हैं.
‘बीटीएसी' प्रोटोकॉल में किए गए हैं बदलाव
सरकार की तरफ से किसी विमान या हवाई अड्डे पर बम की धमकी के मद्देनजर बम खतरा आकलन समिति (बीटीएसी) के प्रोटोकॉल में बदलाव किया गया है ताकि विभिन्न विमानन कंपनियों को इंटरनेट पर मिल रही धमकियों से बेहतर तरीके से निपटा जा सके. सोमवार रात को दिल्ली, मुंबई, जयपुर, पुणे, मेंगलुरु, बेंगलुरु और कोझिकोड हवाई अड्डों की बीटीएसी ने तीन विमानन कंपनियों एअर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो के 30 विमानों को भेजे गए बम की धमकी वाले संदेशों को ‘‘अफवाह या अस्पष्ट'' करार दिया.
ये भी पढ़ें-:
हफ्तेभर में 200 विमानों को धमकी : जानिए इससे कैसे एयरलाइंस को हुआ 500 करोड़ का नुकसान