लैंडिंग से महज 7 मिनट पहले क्रैश हुआ जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्‍टर, 12:08 पर अंतिम रेडियो संपर्क

वायु सेना के Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर ने सुबह 11:48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी और दोपहर 12:15 बजे वेलिंगटन में उतरने की उम्मीद थी. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि चॉपर के साथ आखिरी रेडियो संपर्क दोपहर 12:08 पर हुआ था.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
सीडीएस बिपिन रावत चॉपर क्रैशः 12:08 पर अंतिम रेडियो संपर्क, फिर क्रैश हो गया हेलिकॉप्टर. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों को ले जा रहा हेलिकॉप्टर टेकऑफ के 20 मिनट बाद कल नीलगिरी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हेलिकॉप्टर महज सात मिनट में लैंड करने वाला था, लेकिन हादसे का शिकार हो गया. वायु सेना के Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर ने सुबह 11:48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी और दोपहर 12:15 बजे वेलिंगटन में उतरने की उम्मीद थी. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि चॉपर के साथ आखिरी रेडियो संपर्क दोपहर 12:08 पर हुआ था.

जनरल रावत को छात्र अधिकारियों से बातचीत करने के लिए डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज का दौरा करना था.

सूत्रों ने बताया कि सुलूर एयर बेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का हेलीकॉप्टर से दोपहर करीब 12:08 पर संपर्क टूट गया.

इसके तुरंत बाद, कुछ स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के पास जंगल में आग देखी और सैन्य हेलीकॉप्टर के मलबे को खोजने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे. एक असत्यापित फुटेज भी सामने आया है जिसमें हेलिकॉप्टर को क्षेत्र में नीचे की ओर उड़ते हुए और फिर धुंध में गायब होते दिखाया गया है.

Advertisement

बता दें कि भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल फली एच मेजर ने Mi-17V-5 हेलिकॉप्टर को बेड़े में शामिल किया था. कल NDTV से बात करते हुए उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि इतने कम समय में क्या गलत हो सकता है.

Advertisement

एयर चीफ मार्शल ने एनडीटीवी को बताया, "सुलूर से वेलिंगटन के लिए उड़ान का समय केवल 20 से 25 मिनट है. इतनी कम उड़ान अवधि में क्या गलत हो सकता है, यह निर्धारित करना बहुत मुश्किल है."

Advertisement

कई अन्य सेवानिवृत्त सशस्त्र बल अधिकारी भी हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से हैरान थे. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद को बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर से "ब्लैक बॉक्स" या उड़ान डेटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया गया है और दुर्घटना के कारण सामने आने की उम्मीद है.

Advertisement

वायु सेना द्वारा आदेशित उच्च-स्तरीय, त्रि-सेवा जांच के हिस्से के रूप में डेटा की जांच की जाएगी. जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे.

हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 की मौत हो गई थी. उनका अंतिम संस्कार कल पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.

Featured Video Of The Day
Tesla की India में एंट्री, Mumbai में खुलेगा पहला शोरूम, Elon Musk ने साइन की ली डील
Topics mentioned in this article