केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI)ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण, रवि नारायण और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे के खिलाफ एनएसई अधिकारियों का फोन टैप करने के आरोप में नया मामला दर्ज किया है. सीबीआई के अधिकारियों संजय पांडेय के घर की तलाशी भी ली है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की शिकायत के बाद जांच एजेंसी ने मामला दर्ज किया है. सीबीआई मामले के सिलसिले में मुंबई, पुणे और अन्य शहरों में 10 स्थानों पर संजय पांडे से जुड़ी संपत्तियों की तलाशी ले रही है.
1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS)के अधिकारी रहे संजय पांडेय का मुंबई पुलिस कमिश्नर का कार्यकाल विवादों में रहा है. वह 30 जून को ही सेवानिवृत्त हुए थे और उसके तीन बाद ही प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें समन भेज कर पूछताछ के लिए तलब किया था.
दरअसल, संजय पांडेय ने चित्रा रामकृष्ण मामले में एक ऑडिट कंपनी तैयार की थी. यह कंपनी पांडेय की ही थी. एनएसई को लोकेशन स्कैम केस की सीबीआई वर्ष 2018 से जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कैसे वर्ष 2001 में संजय पांडेय द्वारा बनाई गई ऑडिट कंपनी एनएसई सर्वर से छेड़छाड़ के बारे में कभी किसी कोई अलर्ट नहीं किया.
इससे पहले, संजय पांडे से मार्च में सीबीआई ने पूछताछ की थी. संजय पांडे से सीबीआई ने तकरीबन 6 घंटे तक सवाल जवाब किए थे. पूर्व पुलिस कमिश्नर से ये पूछताछ अनिल देशमुख से जुड़े 100 करोड़ रुपये की वसूली मामले में की गई थी.
महाराष्ट्र सरकार ने मार्च 2022 में महाराष्ट्र के पूर्व कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक संजय पांडे को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया था. उन्होंने हेमंत नागराले की जगह ली थी, जिन्हें 2021 परमबीर सिंह को पद से हटाए जाने के बाद मुंबई का पुलिस प्रमुख बनाया गया था. नागराले को प्रबंध निदेशक के तौर पर महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा निगम में स्थानांतरित कर दिया गया था. गौरतलब है कि मुंबई में पुलिस कमिश्नर का पद पिछले कुछ वर्षों में काफी सुर्खियों में रहा है.