केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नौसेना की Kilo श्रेणी की पनडुब्बियों को अपग्रेड (आधुनिकीकरण) करने संबंधी जानकारी कथित तौर पर लीक करने के मामले में एक सेवारत नौसेना अधिकारी और दो रिटायर अधिकारियों सहित पांच लोगों को अरेस्ट किया है. इस केस में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. फिलहाल यह साफ नहीं हुआ है कि जानकारी लीक में क्या कोई विदेशी खुफिया एजेंसियां भी शामिल हैं? नौसेना से जुड़े सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि एक वाइस एडमिरल और एक रियर एडमिरल (Vice-Admiral and Rear Admiral) द्वारा मामले की जांच की जा रही है. मुंबई स्थित सर्विंग ऑफिसर (जो कमांडर की रैंक का है) पर गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप है.
Kilo श्रेणी की पनडुब्बियों को सोवियत नेवी के लिए सोवियत संघ ने डिजाइन और निर्मित किया था, यह दुनिया की सबसे कॉमन परंपरागत पनडुब्बियों में से हैं और इस समय कई देशों की नौसेना में सेवा में हैं. भारत की बात करें तो यहां इन पनडुब्बियों को Sindhughosh class (सिंधुघोष श्रेणी) के तहत वर्गीकृत किया गया है. सरकार ने ऐसी 10 पनडुब्बियों को अधिग्रहित किया है और इन सभी का आधुनिकीकरण हो चुका है. नौसेना के पास वर्तमान में 15 परंपरागत पनडुब्बियां और दो परमाणु पनडुब्बियां हैं.