उत्तर प्रदेश के शामली कस्बे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता ने पुलिस पर उन्हें जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया, जब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम ने पिछली रात उनकी कार पर गोलियां चलाईं, जिसमें एक शख्स ज़ख्मी हुआ. BJP नेता ने आरोप लगाया कि पुलिस, जिन्होंने रात को उन्हें हिरासत में रखकर यातनाएं भी दीं, को उनकी हत्या करने के लिए पैसे दिए गए थे. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
शामली जिले के ऐलुम कस्बे के निवासी BJP नेता अश्वनी पवार कुछ लोगों के साथ कार में दिल्ली-सहारनपुर पर जा रहे थे, जब SOG की टीम ने कार पर गोलियां चलाईं. CCTV फुटेज में देखा जा सकता है कि कार धीमी होकर अंततः सड़क पर ही रुक गई, और फिर सादा लिबास पहने पुलिसकर्मियों ने कार को घेर लिया. कुछ ही क्षण बाद कार तेज़ी से भाग निकली. उत्तर प्रदेश में SOG दरअसल जिलास्तरीय पुलिस टीमें होती हैं, जिन्हें उच्चस्तरीय अपराधों से लड़ने के लिए बनाया जाता है.
पवार ने पत्रकारों से कहा, "मेरे बच्चे रेस्तरां में खाना खाने की ज़िद कर रहे थे, सो, हम बाहर गए... एक पेट्रोल पंप पर गाड़ी में पेट्रोल भरवाने के बाद वहां से चलते ही मुझे एहसास हुआ कि कार्ड-स्वाइप मशीन मेरी कार की छत पर ही रखी रह गई है... सो, मैं रुका और पेट्रोल पंप अटेंडेंट को पुकारा... तभी मैंने SOG अधिकारियों को पिस्तौलें थामे कार की तरफ आते हुए देखा... उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं... मैं तेज़ी से कार चलाकर भाग निकला... तब तक वे 10-15 गोलियां चला चुके थे..."
अश्वनी पवार के साथ कार में मौजूद चार लोगों में से एक मनीष कुमार गोली से घायल हुए, जबकि तीन अन्य गोलियां भी कार में धंसीं.
पवार ने आरोप लगाया है कि बाद में पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे और SOG के कमांडिंग अफसर जितेंद्र सिंह के आदेश पर उन्हें पुलिस स्टेशन ले गए, जहां उन्हें सारी रात यातनाएं दी गईं. उन्होंने फर्ज़ी केसों में फंसाने की धमकी भी दी.
BJP नेता का कहना था, "सुबह तक मेरे समर्थक बड़ी तादाद में वहां पहुंच गए, और तभी मैं बच पाया... उन्होंने (पुलिसकर्मियों ने) मेरे प्रतिद्वंद्वियों से पैसे लिए हैं, और मुझे मारने की साज़िश रची गई थी..."
अश्वनी पवार ने मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.
शामली के पुलिस अधीक्षक (पुलिस सुपरिन्टेन्डेन्ट) सुकीर्ति माधव ने घटना का ज़िक्र करते हुए कहा, "आरोप गंभीर हैं... हम सभी तथ्यों पर विचार कर रहे हैं, और जांच के बाद जो कुछ भी सामने आएगा, उसके आधार पर हम कार्रवाई करेंगे..."