पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि राज्य में विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर मादक पदार्थ संबंधी मामलों समेत फर्जी आपराधिक मामले दर्ज कराए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा 2016 से अब तक स्वापक औषधि और मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) के तहत दर्ज सभी मामलों की “बारीकी से जांच” होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे एक पत्र में राज्यपाल ने कहा कि निर्दोष लोगों को झूठे मामलों में फंसाना एक गंभीर मसला है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि कानून का पालन कराने में असमर्थ रहने वालों के साथ सख्ती से पेश आने और उदाहरण प्रस्तुत करने की जरूरत है. धनखड़ ने पत्र को ट्विटर पर भी साझा किया है. उन्होंने पत्र में लिखा कि कानून और लोकतंत्र का शासन “राज्य की व्यवस्था को निर्दोष नागरिकों को झूठे आपराधिक मामलों में फंसाने” की अनुमति कभी नहीं दे सकता.
पत्र में कहा गया, “एनडीपीएस के तहत 2016 से अब तक दर्ज सभी मामलों की बारीकी से जांच होनी चाहिए और कानून के शासन के प्रति लोगों का विश्वास कम न हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए.” राज्यपाल ने अपने पत्र में लिखा कि मुख्यमंत्री को इस पर ध्यान देना चाहिए कि राजनीतिक विरोधियों को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह मसला गंभीर है और इससे संवैधानिक मूल्यों, लोकतांत्रिक शासन और कानून के राज को खतरा है.
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