भट्टा पारसौल आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामले वापस लिए गए

गौतमबुद्ध नगर जिले के भट्टा पारसौल गांव में 2011 में किसान आंदोलन के दौरान हिंसक प्रदर्शन के बाद उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लिए जाने पर किसानों ने खुशी जतायी है.

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नोएडा:

गौतमबुद्ध नगर जिले के भट्टा पारसौल गांव में 2011 में किसान आंदोलन के दौरान हिंसक प्रदर्शन के बाद उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लिए जाने पर किसानों ने खुशी जतायी है.स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने का अनुरोध किया था.उन्होंने बताया कि लगातार प्रयास के बाद किसानों के खिलाफ दर्ज मामले सरकार ने वापस ले लिए हैं.


मामले वापस लिए जाने के बाद भट्टा पारसौल के किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज डॉ महेश शर्मा से मुलाकात की और उनका आभार व्यक्त किया.इस दौरान सांसद ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ है, और उनकी समस्याओं का प्रमुखता से समाधान करने में जुटी हुई हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के हक एवं हित में ऐतिहासिक फैसले लिए जा रहे हैं.

गौरतलब है, किसान नेताओं ने कहा कि बसपा शासनकाल में जमीन अधिग्रहण के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने गोलीबारी की जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. घटना के बाद पुलिस ने किसानों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए थे.
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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