केरल में सामने आया COVID-19 के सब वेरिएंट JN.1 का मामला

कोविड-19 के उप-स्वरूप जेएन.1 की पहचान पहली बार लक्जमबर्ग में की गई थी. कई देशों फैला यह संक्रमण पिरोलो स्वरूप (बीए.2.86) से संबंधित है.

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कोविड-19 के उप-स्वरूप जेएन.1 का मामला आया सामने
नई दिल्ली:

केरल में कोविड-19 के उप-स्वरूप जेएन.1 का एक मामला सामने आया है. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने ये जानकारी दी. ये मामला 8 दिसंबर 2023 को काराकुलम, तिरुवनंतपुरम, केरल के आरटी-पीसीआर पॉजिटिव नमूने में पाया गया था. नमूने का 18 नवंबर 2023 को आरटी-पीसीआर पॉजिटिव परीक्षण किया गया था. जानकारी के अनुसार 79 वर्षीय महिला के नमूना की आरटी-पीसीआर जांच की गई थी, जो संक्रमित पाया गया. महिला में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) के हल्के लक्षण थे और वह कोविड-19 से उबर चुकी है.

सूत्रों ने बताया कि देश में कोविड-19 के वर्तमान में 90 प्रतिशत से अधिक मामले गंभीर नहीं हैं और संक्रमित लोग अपने घरों में ही पृथक-वास में रह रहे हैं. इससे पहले, सिंगापुर में एक भारतीय यात्री में जेएन.1 संक्रमण का पता चला था. यह व्यक्ति तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का मूल निवासी है और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी.

तिरुचिरापल्ली जिले या तमिलनाडु के अन्य स्थानों में जेएन.1 से संक्रमण के मामले सामने आने के बावजूद मामलों में वृद्धि दर्ज नहीं हुई. सूत्र ने कहा, “भारत में जेएन.1 स्वरूप का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है.”

कोविड-19 के उप-स्वरूप जेएन.1 की पहचान पहली बार लक्जमबर्ग में की गई थी. कई देशों में फैला यह संक्रमण पिरोलो स्वरूप (बीए.2.86) से संबंधित है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय केरल राज्य स्वास्थ्य विभाग के साथ नियमित संपर्क में है और प्रवेश के विभिन्न बिंदुओं की निगरानी कर रहा है.

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